प्रयागराज ब्यूरो । मेडिकल कॉलेज कैंपस में 2.19 करोड़ की लागत से 100 कमरों का अतिरिक्त हास्टल एक साल पहले बनकर तैयार हुआ था। इसके बाद यहां पर गल्र्स को शिफ्ट कर दिया गया। इस हास्टल के सौ कमरे डबल बेड हैं और इनमें दो सौ स्टूडेंट्स एक साथ रह सकती हैं। बावजूद इसके समस्या का समाधान नही हो सका है। प्रभारी प्रो। वत्सला मिश्रा का कहना है कि सौ कमरों और आवश्यकता है। क्यों कि हर साल फीमेल स्टूडेंट्स की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
सरकार की मंजूरी का इंतजार
हाल ही में सौ डबल बेड कमरों के हास्टल का प्रपोजल बनाकर शासन को भेजा गया है। इसकी मंजूरी का इंतजार है। अधिकारियों का कहना है कि अगर सौ कमरों की मंजूरी मिल जाती है तो फिर गल्र्स को रूम एलॉटमेंट के लिए इंतजार नहीं करना होगा। उनकी रहने से जुड़ी बाकी समस्याएं भी हल हो जाएंगी। अभी मौजूद संसाधन फिलहाल पर्याप्त नही हैं। बता दें कि कोरोना के चलते दो साल सेशन लेट हुए हैं। इसकी वजह से वर्तमान में एमबीबीएस के पांच साल मिलाकर 550 फीमेल स्टूडेंट मौजूद हैं। प्रो। वत्सला बताती हैं कि कुछ साल पहले तक हर साल 30 से 40 नई फीमेल स्टूडेंट एडमिशन लेती हंै। अब इनकी संख्या हर साल बढ़कर 70 से 90 के बीच हो गई है। जबकि हास्टल में रहने के संसाधन पहले की तरह ही कम हैं।
एक साल पहले नया हास्टल बनकर तैयार हुआ है। इसमें गल्र्स को शिफ्ट किया गया है। अभी सौ कमरों की आवश्यकता है। जिसका प्रपोजल बनाकर शासन को भेजा गया है।
प्रो। एसपी सिंह, प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज