प्रयागराज (ब्यूरो)। इस संबंध में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग और पीएसआई इंडिया के सहयोग से एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सीएमओ डॉ। नानक सरन ने की। बैठक में सीएमओ ने निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम व अन्य संस्थानों से आए चिकित्सकों, प्रबन्धकों व अन्य कर्मियों से कहा कि वह हर माह की 21 से 20 तारीख और अधिकतम 25 तारीख तक प्रसव संबंधी सेवाओं, परिवार कल्याण कार्यक्रम, बच्चों के नियमित टीकाकरण, मातृ एवं शिशु जन्म व मृत्यु रिपोर्ट आदि की नवीनतम व अपडेटेड रिपोर्ट अनिवार्य रूप से भेजना सुनिश्चित करें।

तो प्रदेश में बढ़ेगा जिले का स्तर

उन्होंने बताया कि यह रिपोर्ट संकलित कर भारत सरकार के पोर्टल हेल्थ मैनेजमेंट एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) और रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ (आरसीएच) पर अंकित की जाती है। जिससे जिले सहित अन्य जिलेों की रैंकिंग निर्धारित होती है। वर्तमान में जिले के करीब 147 निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम व अन्य संस्थान पंजीकृत हो चुके हैं । लेकिन इन समस्त निजी चिकित्सालयों में की ओर से 51 चिकित्सालयों से रिपोर्ट मिल पर रही है । जोकि बहुत कम हैं उन्होने ज़ोर दिया कि यदि जिले के सभी निजी चिकित्सालय ससमय रिपोर्ट भेजना सुनिश्चित करेंगे तो जिले का प्रदेश में स्तर बढ़ेगा।

नोडल अधिकारी से करिए संपर्क

जिला एचएमआईएस पोर्टल आपरेटर नीरज कुमार जायसवाल ने इसके बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार का महत्वपूर्ण पोर्टल है। इसमें पारदर्शिता के साथ सही जानकारी भी है। उन्होंने कहा कि रिपोर्टिंग में गलती से बचने के लिए फार्मेट में कुछ बदलाव किये गए हैं। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्येन राय ने ने कहा कि सरकारी चिकित्सालयों सहित समस्त निजी चिकित्सालयों को सहयोग प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हमेशा तत्पर है। निजी चिकित्सालयों की ओर से जितना बेहतर सहयोग मिलेगा उतना बेहतर परिणाम व सेवाएं जन मानस को मिल सकेंगी। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रावेन्द्र समस्त निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम व अन्य संस्थानों से अपील की वह स्वास्थ्य विभाग के इस कार्य में पूर्ण सहयोग करें। यदि डाटा फीडिंग में किसी प्रकार की दिक्कत आ रही हो तो डाटा मैनेजर सहित प्रत्येक कार्यक्रम के नोडल अधिकारी से लगातार संपर्क कर सकते हैं।