प्रयागराज (ब्यूरो)। फूलपुर विधानसभा सीट पर बुधवार को हुए उपचुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने में लिए कुल 43.4 फीसदी मतदाता ही अपने घरों से निकले। शाम पांच बजे तक लाइन में लग चुके मतदाताओं को वोट डालने का मौका मिला। इसके बाद मतदानकर्मी ईवीएम को जमा करने के लिए मुंडेरा मंडी पहुंचे। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। कम वोटिंग के चलते चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे 12 प्रत्याशियों के माथे पर शिकन देखने को मिली।
दिन में पसरा रहा सन्नाटा
बुधवार सुबह सात बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। सुबह से मतदाता जोश में नहीं दिखे। सांसद प्रवीण पटेल पत्नी के साथ वोट डालने के लिए पहुंचे थे। दोपहर तक तो मतदान केन्द्रों के बाहर लाइन में लगे लोग दिखे लेकिन दिन के तीन बजते बजते मतदान केन्द्रों पर सन्नाटे जैसी स्थिति हो गयी। प्रशासन की तरफ से जारी किये गये डाटा के अनुसार सुबह नौ बजे तक 8.83 प्रतिशत, 11 बजे तक 17.68 प्रतिशत तो दोपहर एक बजे तक 26.63 प्रतिशत मतदान हो चुका था। मौसम खुशनुमा था, इसलिए दोपहर बाद मतदान प्रतिशत बढऩे की उम्मीद जताई गई थी मगर ऐसा नहीं हुआ। दोपहर बाद मतदान प्रतिशत कम हो गया। तीन बजे तक 36.58 तो शाम पांच बजे तक 43.44 प्रतिशत मतदान हो सका। दोपहर बाद मतदान की स्थिति यह हो गई थी कि कई बूथों पर तीन बजे के बाद सन्नाटा पसर गया था। कुछ बूथ जरूर थे जहां शाम पांच बजे के बाद भी कतार लगी रही।
देर रात तक जमा हुई ईवीएम
मतदान में इस्तेमाल की गयी ईवीएम को मुंडेरा मंडी में बने स्ट्रांग रुम में जमा किया जाना था। शाम छह बजे से ही पोलिंग पार्टियां ईवीएम को जमा करने के लिए पहुंचनी शुरू हो गयी थीं। यह सिलसिला देर रात तक चला। ईवीएम जमा करने के बाद मतदानकर्मियों को घर लौटने में वाहनों की कमी से काफी कशक्कत करनी पड़ी।
कम मतदान ने बढ़ाई चिंता
फूलपुर विधानसभा के उपचुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया बुधवार को पूरी हो गई। प्रशासन और राजनीतिक दलों के तमाम प्रयास के बाद भी मतदान का प्रतिशत 50 के आंकड़े को नहीं छू सका। यह आंकड़ा प्रत्याशियों और उनके दलों को असमंजस में डालने वाला है। पलड़ा किस तरफ झुकेगा कहना कठिन है, हालांकि वे बूथवार पड़े वोटों की मीमांसा में जुटे हैं। लोकसभा चुनाव 2024 पर नजर दौड़ाएं तो इस विधानसभा में 56.35 प्रतिशत मतदान हुआ था।
ईवीएम मशीन खराब होने से डेढ़ घंटा बाधित रहा मतदान
कनिहार के बूथ संख्या 308 पर बुधवार दोपहर करीब दो बजे ईवीएम खराब हो गई। इससे लोगों में असंतोष फैल गया। पीठासीन अधिकारी ने काफी प्रयास किया मगर जब वह ठीक नहीं हुई तो अफसरों को इसकी जानकारी दी गई। लगभग डेढ़ घंटे बाद दूसरी ईवीएम मशीन ले आई गई। तब जाकर मतदान शुरू हो सका। इससे मतदाताओं को मतदान के लिए डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा। सहसों के पास चंद्रपुर उर्फ बसमहुआ बूथ संख्या 173 में लगभग 110 वोट पडऩे के बाद वोङ्क्षटग मशीन खराब हो गई। लोग कतार में खड़े थे। मशीन यहां पर सुबह 9.30 से 10.30 बजे करीब एक घंटे खराब रही, जिससे मतदान तक बाधित रहा। बाद में दूसरी मशीन लाई गई तो मतदान ने रफ्तार पकड़ी।