प्रयागराज (ब्यूरो)। वर्तमान में पूरे देश के शहरों के बीच स्वच्छता सर्वेक्षण के जरिए जबरदस्त प्रतिस्पर्धा चल रही है। गीले, सूखे कूड़े के रखरखाव और इनके निस्तारण को लेकर पब्लिक से फीडबैक लिया जा रहा है। इसके लिए प्रयागराज में वर्तमान में दिल्ली से स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम भी पहुंच चुकी है जो डोर टू डोर लोगों से फीडबैक ले रही है। वहीं 25 फरवरी से सरकार ने इस सर्वेक्षण के लिए ऑनलाइन फीडबैक का आप्शन खोल दिया है। इसमें तमाम तरीकों से लोग अपने शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर वोटिंग कर सकते हैं। जितने अधिक फीड बैक होंगे, उतनी अच्छी शहर की रैंकिंग हो सकती है।
कई जगह नही खुला खाता
लोगों को ऑनलाइन फीडबैक देने के कई आप्शन दिए गए थे। इसमें टोल फ्री नंबर 1969 पर सीधे कॉल करके फीडबैक देना था। इस आप्शन में प्रयागराज का जीरो रिस्पांस है। एक भी व्यक्ति ने इस नंबर पर कॉल नही किया। दूसरे नंबर पर माई गवर्नमेंट ऐप पर भी खाता नही खुला है। लोगों ने इस ऐप पर फीड बैक देना जरूरी नही समझा है। इसी तरह स्वच्छता ऐप पर भी प्रयागराज के फीड बैक का खाता जीरो दिख रहा है। वहीं वोट फार योर सिटी ऐप पर पांच लोगों ने अपना फीड बैक दर्ज कराया है। केवल सिटी फीडबैक वेब पर 3238 लोगों ने फीड बैक दिया है। यही पर ऑनलाइन स्कोर कुछ खास दिख रहा है।
15 अप्रैल तक है समय
25 फरवरी से ऑनलाइन फीडबैक का आप्शन खुला है और यह 15 अप्रैल तक चलेगा। ऐसे में अब महज 13 दिन का समय बचा हुआ है। नगर निगम ने आम जनता से ऑनलाइन फीड बैक देने की अपील की है। इसके लिए तमाम आप्शन दिए गए हैं। लिंक पहले ही जारी किया जा चुका है। साथ ही क्यू आर कोड को स्कैन करने के साथ फीड बैक दिया जा सकता है। इसमें नागरिकों के सकारात्मक उत्तर महानगर की रैंकिंग बढ़ाएंगे। नगर निगम ने नागरिकों से सकारात्मक वोट देने की अपील की है। इसमें महानगर को स्वच्छ रखने के साथ ही गीला व सूखा कूड़ा अलग कर सफाईकर्मी को देने पर इस बार नंबर मिलने हैं.बता दें कि पिछले सर्वेक्षण में प्रयागराज को देश में 26वां स्थान मिला था।
15 साल से अधिक है तो लीजिए हिस्सा
15 वर्ष व इससे अधिक के लोग ही स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए वोटिंग कर सकेंगे। वेबसाइट खोलने के बाद पहले प्रदेश, जिला की जानकारी दर्ज करनी है। इसके बाद नगरपालिका या नगर निगम का निवासी होने की जानकारी मांगी जाएगी। प्रयागराज के नागरिक इस कालम में दर्ज करेंगे, फिर अपनी लोकेशन की जानकारी देने के बाद उम्र, नागरिकता, नाम, मोबाइल नंबर और अपने लिंग की जानकारी देनी होगी। इसके बाद मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगी। ओटीपी आने के बाद चार सवाल आएंगे। इनका जवाब देने के बाद ओटीपी दर्ज करनी होगी। ओटीपी दर्ज करते ही वोटिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
इस समय स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम आई हुई है और डोर टू डोर सर्वेक्षण कर रही है। इसके साथ ही ऑनलाइन सिटीजन फीडबैक का इस सर्वेक्ष्ज्ञण में बहुत अधिक महत्व है। लोगों से अपील है कि अधिक से अधिक संख्या में ऑनलाइन फीडबैक दें जिससे प्रयागराज की रैंकिंग बेहतर हो सके।
उत्तम कुमार वर्मा, पर्यावरण अभियंता नगर निगम प्रयागराज