प्रयागराज (ब्‍यूरो)। दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों में लंबे समय से कोरोना टीकाकरण बंद पड़ा है। सरकार की ओर से कोविशील्ड उपलब्ध कराना बंद हो गया है। 6 से 7 हजार महज कोवैक्सीन बची हुई है। वर्तमान में जिले में महज 38.21 फीसदी लोगों को ही प्रिकाशनरी डोज लगाई जा सकी है। प्रदेश में प्रयागराज की रैंक 55वीं है। इसके बाद वैक्सीन की अनुपलब्धता के चलते सभी सेंटर बंद कर दिए गए। अब जब कोरोना की चौथी लहर दरवाजे पर दस्तक दे रही है ऐसे में लोग वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें वहां पर इंकार ही मिल रहा है।

जनवरी के लास्ट में होगी उपलब्ध
शहर में सबसे पहले यह वैक्सीन जार्जटाउन के प्रीति नर्सिंग होम में इंट्रोड्यूस होने जा रही है।
भारत बायोटेक कंपनी की ओर से इस नेजल वैक्सीन को लांच किया गया है।
नाक में इसकी दो बूंद डाली जाएगी। शुरुआत में इसकी एक डोज की कीमत 800 रुपए निर्धारित की गई है।
जबकि सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होने पर इसकी कीमत 325 रुपए प्रति डोज होगी।
अस्पताल के निदेशक डॉ। अनुज गुप्ता कहते हैं कि इस वैक्सीन को वह लोग भी ले सकते हैं जिन्होंने पूर्व में कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दो या तीन डोज ले रखी है।
गवर्नमेंट ने इस वैक्सीन को बूस्टर डोज के रूप में भी रिकमेंड कर रखा है। यह सुई से लगने वाली वैक्सीन के मुकाबले अधिक कारगर साबित हो सकती है।
इसके अलावा किशोरों लगाई जाने वाली कोवैक्स वैक्सीन को बूस्टर डोज के रूप में लगाने की अनुमति सरकार से जल्द मिल सकती है।
यह हेट्रोलॉगस की श्रेणी में होगी और इसे उन लोगों को भी बूस्टर डोज के रूप में दिया जा सकेगा, जो पहली दो डोज कोविशील्ड या कोवैक्सीन की लगवा चुके हैं।
इसकी एक डोज की कीमत 386.25 रुपए है। अस्पताल में कोविशील्ड, कोवैक्सीन, स्पूतनिक और कोवैक्स वैक्सीन वर्तमान में उपलब्ध है।

इस महीने के अंत में हमारे यहां नेजल वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। इसे काफी कारगर बताया जा रहा है। इसे नाक से दो ड्राप में लेना होगा। साथ ही इसे बूस्टर डोज की तरह भी लिया जा सकता है। इसकी एक ही खुराक काफी बताई जा रही है। इससे लोगों को कोविड से बचाव में काफी लाभ होगा।
डॉ। रितु गुप्ता चीफ वैक्सीनेटर, प्रीति नर्सिंग होम जार्जटाउन