प्रयागराज रेलवे जंक्शन चौराहे के टर्निग प्वाइंट पर बीच सड़क चालकों की दादागीरी
टैफिक पुलिस और शाहगंज व खुल्दाबाद थाने के जिम्मेदार देख कर भी करते हैं नजरंदाज
PRAYAGRAJ: सिटी के टर्निग प्वाइंट पर सड़कें ई- रिक्शा और अन्य तिपहिया वाहनों के अतिक्रमण की शिकार है। नगर निगम द्वारा निर्धारित वाहन स्टैंड चालकों के लिए मायने नहीं रखता। यह जहां चाहते हैं अपनी सुविधा अनुसार अवैध वाहन स्टैंड तैयार कर लेते हैं। इन्हें न तो सिविल पुलिस का डर और न ही ट्रैफिक पुलिस का। डर हो भी कहां से? कभी इनकी इस हरकत पर सख्ती से कार्रवाई तो हुई नहीं। बुधवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा प्रयागराज जंक्शन शाहगंज और खुल्दाबाद साइड की स्थिति का रियलिटी चेक किया गया। चौराहे पर ई-रिक्शा और अन्य तिपहिया वाहनों की जो मनमानी व दबंगई दिखाई दी वह हैरान करने वाली रही।
इस हालात का जिम्मेदार कौन
चौराहे के टर्निग प्वाइंट पर यहां ई-रिक्शा और अन्य तिपहिया वाहनों को खड़ा करके चालक सवारियों का इंतजार करते दिखाई दिए। गेट नंबर चार से एक तक रोड पर इनका पूरी तरह कब्जा रहा। चौराहे से शाहगंज और खुल्दाबाद थाने की तरफ आधे से ज्यादा टर्निग प्वाइंट पर ई-रिक्शा खड़े रहे। यहां टर्न होने वाली आम पब्लिक तनिक चूक कर दे तो एक्सीडेंट का होना तय है। यही हालात चौराहे से पानी टंकी की ओर जाने वाले टर्निग प्वाइंट का भी रहा। इस रोड पर नगर निगम द्वारा आटो पार्किंग का बोर्ड खुशरोबाग गेट से थोड़ा पहले लगाया गया है। पूछने पर मालूम चला कि आटो स्टैंड इस रोड पर खुशरोबाग गेट से पहले जहां बोर्ड लगा है उसी स्थान पर है। मगर, वहां वाहन खड़ा करने के बजाय वाहन चालक यूपी पोस्टल प्राइमरी को। आपरेटिव बैंक लिमिटेड के गेट के पास खड़े करते हैं। यहां पर आटो टैक्सी पार्किंग गंतव्य मार्ग मुण्डेरा, मनौरी, झलवा का बोर्ड लगा दिया गया है। जिस पर आज्ञा से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज भी लिखा हुआ है। जानकारी करने पर मालूम हुआ कि यह बोर्ड न तो पुलिस लगवाई है और न ही नगर निगम। कहा गया कि यह बोर्ड अड्डा को संचालित करने वाले लोगों के द्वारा लगवाया गया है। इसी बोर्ड के बूते नगर निगम द्वारा निर्धारित स्थान पर चालक गाडि़यों को न खड़ी करके चौराहे के पास सीधे टर्निग पर ही गाड़ी लगा देते हैं। इससे हर पल यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। इनकी वजह से स्टेशन आने जाने वाले आम लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। बावजूद इसके ट्रैफिक पुलिस इन चालकों की दबंगई पर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रही। जबकि हर रोज पुलिस अधिकारी ही नहीं अन्य तमाम अधिकारियों का आना जाना इस रोड से होता है।
दबंगई देख खामोश हुआ होमगार्ड
कुर्सी पर बैठा एक शख्स यहां वाहनों से रुपये लेकर नंबर लगवाता है। पूछने पर बताया कि टैक्सी स्टैंड तो खुसरोबाग गेट यानी पावर हाउस के पास ही है।
चौराहे के पास टर्निग पर तो ऐसे ही गाड़ी लगाकर सवारी बैठाते हैं। टर्निग प्वाइंट पर आड़े तिरछे खड़े होकर जाम के कारण बने इन वाहनों की तस्वीर खीचते देख खुल्दाबाद थाने के तीन होमगार्ड आ गए।
वह माजरा समझ गए और वाहन चालकों को टर्निग प्वाइंट से गाड़ी हटाने की बात कहने लगे। गार्ड की बात सुनते ही नंबर लगवाने वाला शख्स आग बबूला हो गया।
उसकी दबंगई व झगड़े पर उतारू देख कर गार्ड भी शांत रहने में ही भलाई समझा। कहने लगे साहब देख रहे हैं ये हमसे झगड़ने पर आमादा हो जाते हैं
अधिकारी इनकी दबंगई व मनमानी पर ध्यान नहीं देते। रिपोर्टर वीडियो बनाने के लिए मोबाइल निकाला इस पर विवाद कर रहा नंबर लगवाने वाले दबंग वहां से हट लिया।
लॉकडाउन की वजह से थोड़ा सा मामला ढीला रहा है। जल्द ही ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिविल लाइंस में दो चौराहों पर बुधवार को अभियान चलाया भी गया है।
अखिलेश भदौरिया, एसपी ट्रैफिक