बारा क्षेत्र में प्रेमिका के कातिल की की शनिवार को जानी थी बारात
अकेले किया कत्ल तो एक कुंतल का वजन अकेले कैसे उठाया शातिर
PRAYAGRAJ: शादी वाले दिन शनिवार को कत्ल के मामले में अजय कुमार उर्फ बच्चा को जेल भेज दिया गया। उस पर नाबालिग प्रेमिका के कत्ल का आरोप है। बेरहमी से हत्या के बाद उसके जरिए सुबूत मिटाने के भी प्रयास किए गए। किशोरी की बॉडी मिलने के बाद बारा पुलिस द्वारा उसे हिरासत में लिया गया था। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल कर चुका है। वारदात को उसने अकेले ही अंजाम दिया था। ऐसा दावा उसने पुलिस के सामने किया है। हालांकि उसकी यह बात किसी के हलक से नीचे नहीं उतर रही है। क्योंकि नहर में बरामद किशोरी की बॉडी से बोरी में दो बड़े-बड़े पत्थर बंधे हुए थे। जिसका वजन कम से कम 50 किलो आंका जा रहा है।
छतहरा गांव जानी थी बारात
यदि दोनों पत्थरों को 25-25 किलो मान लिया जाय तो निश्चित रूप कुल वजन 50 किलो होना कोई बड़ी बात नहीं है।
किशोरी की बॉडी का वजन भी यदि 50 किलो ही मान लिया जाय तो पत्थर को मिला कर यह वजन 100 किलो यानी एक कुंतल पहुंच जाता है।
ऐसे में प्रश्न यह है कि क्या आरोपित अजय ने अकेले एक कुंतल वजन उठा लिया होगा।
लोग मान यह रहे हैं कि 100 किलो वजन उठाने के लिए कम से कम दो से तीन लोगों का होना जरूरी है।
मतलब यह कि कत्ल के बाद किशोरी की हत्या से लेकर बॉडी ठिकाने लगाने तक में इतने लोग रहे भी होंगे।
जबकि पुलिस के मुताबिक पूछताछ में उसने कत्ल को अकेले अंजाम देने की बात कबूल किया है।
यही वजह है कि लोगों को पुलिस के जरिए बताए जा रहे उसके कबूलनामे पर भरोसा नहीं हो रहा। फिलहाल पुलिस ने शनिवार को प्रेमिका के हत्यारोपित अजय कुमार उर्फ बच्चा को जेल भेज दिया है।
यह इत्तेफाक ही है कि शनिवार को उसकी बारात लालापुर थाना क्षेत्र के छतहरा गांव में जानी थी और इसी दिन उसे जेल जाना पड़ा। बारात के लिए नाते रिश्तेदारियों में कार्ड बांटे जा चुके थे।
इस तरह प्रेमिका का किया कत्ल
- मौत के घाट उतारी गई किशोरी के पिता का मूल घर नैनी थाना क्षेत्र के अरैल में है
- करीब दस साल पूर्व पारिवारिक दिक्कतों के चलते उसके पिता ससुराल बारा के बैजला चले गए
- बैजला गांव में के बाहर तालाब किनारे जमीन खरीदकर उसने घर बनवा लिया था
- इसी मकान में वह चार बेटियों और एक बेटे के साथ रहकर जीवन बसर करने लगा
- कुछ रुपये कमाया तो बैजला गांव में घर बनवा कर वहां शिफ्ट हो गया था
- उसके तालाब वाले मकान के पास ही आरोपित अजय ने दुकान खोल रखा था
- मोबाइल चार्ज करने घर आता था
किशोरी का घर ही था इस लिए वह अक्सर आया जाया करती थी, रिश्ते में अजय उसका मामा लगता था
- इसलिए कोई इस पवित्र रिश्ते की वजह से शक भी नहीं किया करता था यहीं से इनके इश्क की शुरुआत हुई
- 22 मई की रात किशोरी गांव वाले घर पर कमरे में सो रही थी, जबकि मां व दादी दरवाजे के बाहर
- पूर्व प्लान के मुताबिक किशोरी प्रेमी अजय के बुलावे पर रात में उससे मिलने तालाब वाले घर पर जा पहुंची
- पूछताछ में अजय ने बताया कि यहां वह खुद से शादी का दबाव बनाने लगी
- इंकार पर जेल भेजवाने जैसी धमकियां देने लगी, बस इसी बात पर वे उसका गला घोंट दिया
कुछ तो छिपा रहा आरोपित
पुलिस द्वारा बताए गए उसके कबूल नामे पर गौर करें तो कत्ल किशोरी के तालाब वाले घर पर हुआ। जिस नहर में बॉडी मिली वह गांव से थोड़ी दूर है। मतलब यह हुआ कि कत्ल के बाद वह बॉडी को नहर तक ले गया। इसके बाद पत्थर और बोरी व रस्सी खोजा। फिर बोरी में वजनी पत्थर भर उसकी कमर में बांधा। इसके बाद बड़ी नहर के बीचो-बीच पानी में ले जाकर बाकायदे फेका। जाहिर है कि वह अपने बयान में कहीं कुछ तो पुलिस से छिपा रहा है।
आरोपित युवक को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। वह अपना जुर्म और किशोरी से प्रेम प्रसंग की बातें कबूल कर लिया है। कत्ल की वजह किशोरी के द्वारा तय शादी न करने व खुद से विवाह करने का दबाव बताया।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार