प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बेरहमी से मौत के घाट उतारे गए भागीरथी के दो बेटे व तीन बेटियां हैं। सभी की शादी हो गई है। दोनों बेटे गुजरात में रहकर नौकरी करते हैं। एक बेटा गांव में ही अगल घर बनवा रखा है। इसी घर में उसकी पत्नी व बच्चे गांव में ही रहते हैं। बेटियां अपनी ससुराली में थीं। पत्नी की मौत के बाद भागीरथी पैतृक घर में अकेले ही रहा करता था। खुद से ही खाना बनाकर खाता था। मतलब यह कि गांव में रहने वाली बहू बेटे से उसका मनमुटाव था। रोज की तरह मंगलवार रात वह खाना बनाया और खाकर बरामदे में चारपाई पर सो गया। इसी बीच अज्ञात कातिलों द्वारा चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी गई। सुबह बरामदे में पड़ी बॉडी को देख ग्रामीण सन्नाटे में आ गए। गांव में रही उसकी एक बहू भी पहुंची ओर चीख पड़ी। ग्रामीणों द्वारा मामले की खबर कोरांव थाने में दी गई। वृद्ध के कत्ल की खबर मिली तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। थाना पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। तब तक पहुंचे एसपी यमुनापार ने समझाबुझाकर सभी को शांत कराया। इसके बाद खून के कारणों की तलाश में जुट गए। पूछताछ में पुलिस को मालूम चला कि आठ नौ साल पहले भी उसकी हत्या का प्रयास किया गया था। मगर, बात पुरानी और आई गई हो चुकी थी। सब कुछ परिवार में सामान्य और शांत चल रहा था। देर शाम तक की गई पड़ताल में कारण और कातिल दोनों का पता नहीं चल सका था। पोस्टमार्टम बाद पुलिस द्वारा बॉडी परिवार को सौंप दिया गया। पिता के कत्ल की खबर सुनते ही गुजरात से दोनों बेटे घर के लिए निकल लिए थे।

तो लुटेरों ने दिया घटना को अंजाम
पुलिस के मुताबिक उसके घर के सामान बिखरे हुए थे। कुछ सामान गायब होने की भी बात सामने आई है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उसकी हत्या लुटेरों ने ही की होगी। पुलिस की इस बात से कुछ सवाल लोगों के मन में उठने लगे हैं। प्रश्न है कि लुटेरों द्वारा उसकी हत्या तब की जाती जब वह विरोध किया होता। उसकी बॉडी चारपाई पर ही पड़ी मिली थी। मतलब यह कि वह बिस्तर से उठा ही नहीं, लुटेरों के पास कत्ल की कोई वजह नहीं थी। वह घर में अकेले था औ बरामदे में अकेले ही सो रहा था। उसे लुटेरे डरा धमका कर भी लूट पाट कर सकते थे तो हत्या क्यों करेंगे?

प्राप्त तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रथम दृष्टया लग रहा है कि घटना लुटेरों द्वारा अंजाम दिया गा है। फिर भी जब तक कोई सुबूत या जांच पूरी नहीं होती स्पष्ट रूप से कुछ कहना संभव नहीं होगा।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार