प्रयागराज (ब्यूरो)। छापर हरदौन गांव निवासी भागीरथी पाल (65) के बेटे गुजरात में रहते हैं। वृद्ध घर पर अकेले ही रहता था। एसपी यमुनापार ने बताया कि 19 जुलाई की रात वह घर में सो रहा था। इसी रात उसकी हत्या कर दी गई थी। सुबह उसकी बॉडी घर के अंदर खून से लथपथ मिली थी। अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कातिल की तलाश की जा रही थी। कोरांव पुलिस के साथ कातिलों की तलाश में एसओजी की टीम लगाई गई थी। इलाके के देवघाट पुल से पहले पुलिस बूथ के पास बीस अगस्त की रात चेकिंग कर रही थी। इस बीच दो संदिग्ध गिरफ्तार किए गए। पूछताछ में एक ने अपना नाम बालकृष्ण पाल उर्फ लाला निवासी झलमल गडिय़ा थाना कोरांव बताया। जबकि दूसरे ने अपनी पहचान नन्दगोपाल सोनी निवासी लखापुर पैंतिहा थाना कोरांव बताया। कड़ाई से पूछताछ व छानबीन करने पर दोनों के खिलाफ पूर्व में भी मुकदमें लिखे गए। बालकृष्ण पाल ने वृद्ध के कत्ल की बात कबूल की। बताया कि वह सब्जी का कारोबार करता है। पुलिस को बताया कि ओझा भागीरथी पाल की हत्या उन्हीं दोनों ने की थी। बालकृष्ण कहा कि मृतक रिश्ते में उसका नाना लगता था। उसे मालूम था कि भागीरथी हफ्ते में एक दिन ओझाई करता है। उसके पास काफी पैसे होते हैं। किसी से सूना था कि वृद्ध के घर में ज्वैलरी से भरा हंडा गड़ा हुआ है। रिश्तेदार बालकृष्ण उसके घर अक्सर आया जाया करता था। इस लिए उसे वृद्ध के घर की पूरी जानकारी अच्छी तरह थी। नाना के घर में लूट के इरादे से वह टेंट व्यापारी नन्दगोपाल सोनी के साथ पहुंचा था। जैसे ही सिर के पास रखी चाबी को बाल कृष्ण खींचा वृद्ध जग गया और पहचान लिया। पहचान लिए जाने की वजह से डंडे से पीटकर दोनों ने उसकी हत्या कर दी थी। दोनों ने बताया कि हत्या के बाद घर में आराम से लूटपाट किए। इस बीच उन्हें 28 हजार रुपये उसके घर से मिले थे। गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों के पास से पुलिस करीब साढ़े तेरह हजार नकदी, तमंचा व बम एवं बाइक बरामद की है।

वृद्ध की हत्या करने की बात अभियुक्तों द्वारा कबूल की गई है। उन्हें किसी के द्वारा बताया गया गया था कि वृद्ध के घर में ज्वैलरी से भरा हंडा गड़ा हुआ है। ओझा से उसे काफी पैसे ज्वैलरी भी मिलती है। इसी को लूटने के इरादे से दोनों पहुंचे थे और जाग जाने पर हत्या कर दिए।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार