प्रयागराज (ब्यूराे)। उन्होंने खेतों तक पहुंचकर देखा कि फसलों को किस तरह का नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से खेतों में लेट गयी फसलों में क्या संभावना बची है। उन्होंने निर्देश दिया कि फसल को हुए नुकसान का सर्वे पूरी इमानदारी के साथ किया जाय और रिपोर्ट जल्द से जल्द प्रशासन को उपलब्ध करायी जाय।
किसानों से भी की बात
जिलाधिकारी की टीम ने बुधवार को तहसील बारा के ग्राम सेहुरा, लोहगरा, पिपरांव सहित अन्य ग्रामों का भ्रमण कर ओलावृष्टि/बारिश से हुए फसलों के नुकसान की स्थिति का जायजा लिया। वहां पर उन्होंने किसानों से वार्ता भी की। किसानों के द्वारा बताया गया कि ओलावृष्टि एवं बारिश से गेंहू तथा सरसों की फसल ज्यादा प्रभावित हुई है। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, उप जिलाधिकारी बारा, उपनिदेशक कृषि को किसानों की फसलों का हुए नुकसान का शीघ्रता से ठीक ढंग से सर्वे कराकर नुकसान का आकलन करने तथा रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सर्वे के कार्य को पारदर्शिता के साथ कराने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने सर्वे का कार्य करने वाले राजस्व कर्मिंयों को क्षेत्रों का भ्रमण कर प्रभावित क्षेत्रों के सर्वे का कार्य तत्काल पूरा करने के निर्देश दिए है।
सर्वे में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
उन्होंने कहा है कि सर्वे के कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता नहीं होनी चाहिए। यदि किसी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता पायी गयी तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द फसलों के हुए नुकसान का मुआवजा दिलाए जाने हेतु कि कार्यवाही करने के लिए कहा है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व जगदम्बा सिंह, उपजिलाधिकारी बारा, उप निदेशक कृषि विनोद कुमार, तहसीलदार बारा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
97 गांवों के 10 हजार किसानों की फसल बर्बाद
वर्षा और ओलावृष्टि से वैसे तो जिले में हर ओर फसलों को नुकसान हुआ है मगर हंडिया, कोरांव व बारा तहसील क्षेत्र में ज्यादा तबाही हुई है। इन तीनों तहसीलों के 97 गांवों के 10 हजार से ज्यादा किसानों की फसल बर्बाद हो गई। एडीएम वित्त एवं राजस्व जगदंबा ङ्क्षसह ने बताया कि जिले में कोरांव, हंडिया और बारा तहसील क्षेत्र ओलावृष्टि व वर्षा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन तहसीलों के 97 गांवों में फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है।
कहां कितने प्रभावित
कोरांव के 24 गांवों के 6824
हंडिया के 53 गांवों के 1542
बारा के 20 गांवों के 1664 किसान
कुल 97 गांवों के 10030 किसानों की फसल नष्ट हो गई।
हंडिया में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। कोरांव में दो लोग घायल हो गए। कोरांव में एक पशु की मौत हो गई।
कोरांव में चार मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए।
सोरांव, करछना, मेजा, फूलपुर तहसील के भी दर्जनों गांवों में फसलों को नुकसान हुआ है।