प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ 2025 की भव्यता को बढ़ाने तथा आने वाले श्रद्धालुओं के अक्षयवट, पातालपुरी, सरस्वती कूप तथा लेटे हुए हनुमान मंदिर के दर्शन के अनुभव को और सुगम बनाने के प्रयास जारी हैं। इसी क्रम में मंगलवार को इन सभी स्थलों पर कराए जा रहे सौंदर्यीकरण के कार्यों का निरीक्षण मेला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किया गया। सर्वप्रथम सेना के अधिकारियों की देख रेख में तथा स्मार्ट सिटी से वित्तपोषित अक्षयवट, पातालपुरी एवं सरस्वती कूप कॉरिडोर का निरीक्षण करते हुए सभी अधिकारियों ने वहां पर कराये जा रहे लैंडस्कैपिंग एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों का अवलोकन किया। इसके बाद अक्षय वट के आगे जोधाबाई द्वार के पास के स्थान को जोधा वाटिका के रूप में विकसित करने हेतु कराए जा रहे कार्यों को भी देखा।
स्थान पर कृष्ण जी की एक भव्य प्रतिमा लगाते हुए लैंडस्केपिंग एवं ग्रीनरी विकसित करने का कार्य कराया जा रहा है। इसी क्रम में पातालपुरी मंदिर के ऊपर एवं अन्दर के हिस्से तथा सरस्वती कूप के सौंदर्यीकरण के कार्यों का भी निरीक्षण किया गया। सभी कार्य पूर्ण होने के पश्चात् इन्हें श्रद्धालुओं के लिए कुंभ से पहले ही खोलने की योजना है।
सुविधाओं के बारे में ली जानकारी
सभी अधिकारियों ने हनुमान मंदिर कॉरिडोर बनाने के दृष्टिगत प्रस्तावित कार्यों के लेआउट को भी देखा तथा मंदिर प्रांगण जाकर वहां पर सर्कुलेटिंग एरिया बढ़ाने एवं सौंदर्यीकरण करने हेतु प्रस्तावित कार्यों को विस्तार पूर्वक समझा। आने वाली भीड़ के बेहतर प्रबन्धन हेतु प्रवेश एवं निकासी मार्गों पर किन किन तरह की सुविधाएं उपलब्ध करानी है, उस पर भी मंथन किया। निरीक्षण में एडीजी ज़ोन भानु भास्कर, कमिश्नर विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, मेला अधिकारी विजन किरण आनंद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।