प्रयागराज ब्यूरो । अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के बाद जेल में बैठे आकाओं का कनेक्शन सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। सेंट्रल जेल नैनी में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। शुक्रवार को सुरक्षा के इंतजाम का जायजा लेने के लिए अधिकारियों की टीम नैनी सेंट्रल जेल पहुंची। जेल में बंद कुख्यात अपराधियों की बैरक को भी चेक किया गया। सेंट्रल जेल में बंद दो अपराधियों से अधिकारियों के जरिए पूछताछ भी की गई। जेल में निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों में एडीएम सिटी मदन कुमार, डीएसपी यमुना नगर संतोष कुमार मीणा, एसीपी करछना अजीत सिंह चौहान शामिल रहे। इन अधिकारियों के साथ निरीक्षण में जेल पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे।
सुरक्षा व्यवस्था का लिए जायजा
निरीक्षण के लिए नैनी सेंट्रल जेल पहुंचे अधिकारियों के माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद की बैरक में तलाशी ली गई। गहन तलाशी के बाद अधिकारी कुख्यात क्रिमिनल अनिल धनपत के बैरक की भी तलाशी ली गई। देशी घी के डिब्बे में मोबाइल ले जाते समय दो दिन पूर्व अरैल निवासी राज मिश्र मित्र को पकड़ा गया था। वह जेल में बंद बागपत के कुख्यात अपराधी को मोबाइल देने की कोशिश कर रहा था। निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों के धनपत की बैक में भी गहन चेकिंग की गई। अधिकारियों के द्वारा माफिया अतीक अहमद के बेटे से करीब पंद्रह बीस मिनट तक पूछताछ की गई। इस दौरान अफसरों ने जेल की हॉस्पिटल, हाई सिक्योरिटी सेल, तनहाई बैरक, महिला बैरक सहित अन्य सेल की भी चेकिंग की गई। निरीक्षण के दौरान अफसरों के साथ जेल अधीक्षक एसके सिंह भी मौजूद रहे।