प्रयागराज ब्यूरो । पहले भी भर्ती बोर्डों ने मानकीकरण की प्रक्रिया अपनाने की कोशिश की थी। यह प्रयास विवादों से घिर गया और परीक्षा आयोजित कराने वाली संस्था पर भी सवाल उठाये जाने लगे। यह सर्वविदित तथ्य होने के बाद भी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी के साथ पीसीएस की परीक्षा में यह फॉर्मूला अपनाने जा रहा है। दोनों महत्वपूर्ण परीक्षाओं को दो दिन में कराना प्रस्तावित किया गया है। यह ठीक नहीं है। इसे समाप्त करके पहले की तरह एक दिन में परीक्षा कराने की व्यवस्था लागू की जानी चाहिए। यह बातें गुरुवार को प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने कही। वह इसे लेकर ज्ञापन देने पहुंचे थे।
सीएम से किया आग्रह
कलेक्ट्रेट पहुंचे संघर्ष समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। इसमें आने वाले दिनों में होने जा रही समीक्षा अधिकारीए सहायक समीक्षा अधिकारी और पीसीएस की परीक्षा दो दिन में कराए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई है। प्रशान्त ने कहा कि लोकसेवा आयोग अपने कार्यप्रणाली को लेकर पहले से ही संदेह के घेरे में है। नए प्रस्ताव के चलते छात्रों के मन में आयोग द्वारा मानकीकरण के आड़ में भ्रष्टाचार करने की आशंका प्रबल है। इस मौके पर आशुतोष पाण्डेय, नरेन्द्र कुमार, पंकज पाण्डेय, मो आजम, मोनू, विनीत सिंह, मो रिजवी, मयंक राय, सूरज, सौरभ, अभिषेक कुमार, आलोक, देवेश, धीरज, शुभम, देवेन्द्र मिश्रा आदि मौजूद रहे।