प्रयागराज (ब्यूरो)। जून-जुलाई में होने वाली परीक्षाओं में अनियमितता बरतने और नकल कराने के आरोप में यूपी के पांच नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों के एग्जाम निरस्त कर दिए गए हैं। अब यह बाद में कराए जाएंगे। उप्र स्टेट मेडिकल फैकल्टी द्वारा की गई कार्रवाई में प्रयागराज का भी एक नर्सिंग कॉलेज शामिल है। हालांकि कॉलेज प्रशासन का कहना है कि स्टेट मेडिकल फैकल्टी ने उनके पक्ष की सुनवाई नही करते हुए एकतरफा कार्रवाई की है।
सप्लीमेंट्री एग्जाम के दौरान बंद थी कैमरे की स्क्रीन
नैनी स्थित आरके स्कूल आफ नर्सिंग में जून के लास्ट वीक में नर्सिंग कोर्स के सप्लीमेंट्री एग्जाम चल रहे थे। जानकारी के मुताबिक एग्जाम के दौरान पुराना डाटा क्लीनिंग के चलते कैमरे की स्क्रीन बंद कर दी गई थी। इसी दौरान उप्र स्टेट मेडिकल फैकल्टी द्वारा बनाया गया फ्लाइंग स्क्वाड मौके पर पहुंच गया। कैमरे की स्क्रीन बंद देख उसने अपनी रिपोर्ट फैकल्टी को सौंप दी। जिस पर कार्रवाई करते हुए एग्जाम को ही निरस्त कर दिया गया। इसके अलावा प्रदेश के मेरठ इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल मेरठ, बुद्धा पैरामेडिकल कॉलेज गोरखपुर, बीडीएम महाविद्यालय मथुरा और चांदनी चैरिटेबल हॉस्पिटल एंड कॉलेज आफ नर्सिंग कानपुर की परीक्षाएं भी निरस्त की गई हैं। इस कार्रवाई के संबंध में स्टेट मेडिकल फैकल्टी के सचिव डॉ। आलोक कुमार की ओर से पत्र भी जारी किया गया है।
कंट्रोल से रखी जा रही थी निगरानी
बता दें कि एग्जाम के दौरान स्टेट मेडिकल फैकल्टी के कंट्रोल रूम से कॉलेजों पर सीसीटीवी कैमरे के जरिए मानीटरिंग भी की जा रही थी। आरोप है कि कॉलेजों में नकल कराई जा रही थी। अनुचित संसाधनों का प्रयोग और परीक्षा के दौरान अनियमितता बरतने की बात सामने आने के बाद ही यह कार्रवाई की गई है। उडऩ दस्ते की ओर से मौके पर संदेह व्यक्त करते हुए 56 उत्तर पुस्तिकाओं को जांच के लिए भी रोका गया है। प्रयागराज के आरके स्कूल आफ नर्सिंग के चेयरमैन आशुतोष त्रिपाठी का कहना है कि दोबारा सप्लीमेंट्री परीक्षाएं कराई जाएंगी। उनका कहना है कि पुराना डाटा निकालने के लिए कैमरे की स्क्रीन बंद की गई थी। यह चीज उडऩ दस्ते ने भी देखी थी। फिर भी मेरे पक्ष की सुनवाई न करते हुए कार्रवाई कर दी गई है।