प्रयागराज (ब्यूरो)। बुधवार को पुलिस ने पोस्टर जारी करने के साथ ही पब्लिक से तीन नंबर भी शेयर किये गये थे। पब्लिक उपद्रव करने वालों के बारे में कोई भी इंफारमेशन शेयर करने का आग्रह किया गया था। गुरुवार को इन तीनों नंबर पर कुल मिलाकर एक दर्जन के करीब कॉल आयी हैं। इन कॉल के आधार पर पत्थरबाजों को लेकर कई अहम जानकारियां मिली है। पुलिस की ओर से इस पर काम भी शुरू कर दिया गया है। इस पूरी मामले को एडीजी, आईजी और एसएसपी ने अलग-अलग टीमें गठित कर जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर ज्यादातर जानकारी ह्वाट्सएप कॉल के जरिये दी जा रही है।
स्थानीय चेहरे नहीं
सूत्र बताते हैं कि पब्लिक की तरफ से आये फीडबैक में कहा गया है कि अटाला और आसपास के क्षेत्र में चस्पा किये गए पोस्टर में ज्यादातर पत्थरबाज स्थानीय चेहरा नहीं दिखाई पड़ रहा है। पब्लिक की तरफ से आयी फीडबैक के मुताबिक घटना से कुछ दिन पहले कुछ लोगों का मूवमेंट बढ़ गया था। कुछ लोकेशंस की डिटेल भी पुलिस तक पहुंचने की सूचना है। इसी के बाद पुलिस ने 10 जून के पहले के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस यह जांच कर रही है कि जिन पत्थरबाजों के बारे में फोन कॉल के जरिये जानकारी दी गई है। वह इस क्षेत्र में कब से सक्रिय थे और किन-किन लोगों के बीच उनका उठना बैठना हो रहा था।
विभाग भी दे रहे जानकारी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ज्यादातर कॉल उन लोगों ने किये हैं जो बाहर के रहने वाले हैं और अटाला क्षेत्र में दुकानों, फैक्टरियों में काम करते हैं। वह चाहते है कि जल्द से जल्द इन पत्थरबाजों की गिरफ्तारी हो और उनकी रोजी रोटी फिर से रफ्तार पकड़ सके। कुछ व्यापारियों ने भी फोन किया है। उनका कहना था कि व्यापार बंद होने से लंबा नुकसान हो रहा है।
तो पहले से एक्टिव थे कुछ लोग
सूत्रों की मानें तो पुलिस को जो जानकारी हासिल हुई है। उस हिसाब से पत्थरबाज हिंसा से कुछ दिन पहले से क्षेत्र एक्टिव थे।
ये लोगों के बीच नूपुर शर्मा के बयान को लेकर पब्लिक से चर्चा कर रहे थे। माना जा रहा है कि इन्होंने पब्लिक को भड़काने का भी काम किया है।
पुलिस को अटाला क्षेत्र में फील्ड पर काम करने वाले अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों से भी अहम जानकारी मिल रही है।
इन लोगों ने पुलिस को पोस्टर में दिखे पत्थरबाजों के पिछले कई दिनों से सक्रिय होने की जानकारी दी है।
भी बताया है कि पोस्टर में दिख रहे कुछ लोग अक्सर विवाद होने पर दिखाई पड़ जाते थे।
बकाया पर लाइन काटने जाओ तो कुछ लोगों का गैंग पूरी तरह से एक्टिव होकर बिजलीकर्मी तक पर हमला कर देते थे।
सड़कों पर सफाई करने वाले कर्मियों ने भी अहम क्लू दिया है। पुलिस को मिले सब क्लू के आधार पर अलग-अलग टीमें वर्क कर रही है।
फोन कॉल के जरिये अहम सूचनाएं मिल रही है। फोन करने वालों का नाम गुप्त रखा जा रहा है। पुलिस अब इन सूचनाओं पर काम कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही कानून के लंबे हाथ पत्थरबाजों तक पहुंच चुके होंगे। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
अजय कुमार
एसएसपी प्रयागराज