प्रयागराज (ब्‍यूरो)। एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो संवाद कार्यक्रम अब 21 जनवरी के बजाए 28 को होगा। यह बदलाव 21 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की वजह से किया गया है। इसके लिए रेलवे प्रशासन ने आग्रह किया था। जिस पर पूर्वोत्तर रेलवे मेन्स कांग्रेस ने डेट पीछे की है।
21 जनवरी को इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के निर्देश पर फ्रंट अगेनस्ट एनपीएस इन रेलवे व नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम के संयुक्त तत्वावधान में पूर्वोत्तर रेलवे मेन्स कांग्रेस ने एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया था। मगर अब यह कार्यक्रम 28 जनवरी को होगा। यह जानकारी इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड मनोज पांडेय एवं नेशनल मूवमेंट ऑफ सेव रेलवे के राष्ट्रीय प्रचार सचिव कामरेड कमल उसरी ने संयुक्त रूप से दी है। रेलवे प्रशासन ने 28 जनवरी को कार्यक्रम पर सहमति जताई है। नेता द्वय ने बताया कि यह कार्यक्रम वाराणसी स्थित पूर्वोत्तर रेलवे कोचिंग डिपो के सामने रेल मैदान में सुबह दस बजे से शुरू होगा। प्रथम सत्र में सेफ्टी सेमिनार होगा। जिसमें रेलवे अफसरों के साथ परिचालन से जुड़े सुरक्षा विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे। फिर पेंशन पर चर्चा होगी। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एनएमओपीएस राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु, विशिष्ट अतिथि इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज पांडेय, फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र पाल मुख्य वक्ता होंगे। अध्यक्षता एनई रेलवे मेंस कांग्रेस के केंद्रीय अध्यक्ष अखिलेश पांडेय करेंगे। जन संवाद में रेलवे समेत अन्य पेंशन विहीन कर्मचारियों के साथ बेरोजगार नौजवान, छात्र, किसान, वरिष्ठ नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य दायित्व नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे के राष्ट्रीय महासचिव कमल उसरी, पूर्वोत्तर रेलवे मेंस कांग्रेस के महामंत्री अब्दुल शेख, पूर्वोत्तर रेलवे फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के संयोजक राकेश पाल, मंडल अध्यक्ष मनोज सिंह को दिया गया है।