प्रयागराज (ब्यूरो)।पानी के गुणवत्ता की जांच अब आसान हो जाएगी। शहर में ही विभाग पेयजल में जीवाणु और रसायन की उपलब्धता का पता लगा लेगा। इसके लिए पानी का सैंपल लखनऊ भेजने की जरूरत नहीं होगी। पानी का सैंपल रिपोर्ट कुछ ही घंटों में अफसरों के सामने होगा। पानी की जांच कराने के लिए अफसरों को लखनऊ स्थित प्रयोगशाला का चक्कर नहीं लगाना होगा। खुशरोबाग कैंपस में बने अत्याधुनिक प्रयोगशाला में 33 प्रकार के पैरामीटर की जांच की जा सकेगी। इसके पहले यहां पानी के महज 13 पैरामीटर की ही जांच हो पाती थी। इन 13 पैरामीटर के अतिरिक्त जांच के लिए राज्य स्वास्थ्य संस्थान अलीगंज लखनऊ में सैंपल भेजा जाता था। जिसकी रिपोर्ट आने में विलंब हो जाया करती थी। इस अत्याधुनिक प्रयोगशाला का शुक्रवार को महापौर उमेशचंद्र गणेश केसरवानी ने लोकार्पण किया।
33 पैरामीटर पर यहां हो सकेगी जांच
शहर के एक लाख से अधिक भवनों में जलकल पेयजल की आपूर्ति करता है। सप्लाई किए जा रहे वाटर की पूर्ण जांच के लिए जलकल राज्य स्वास्थ्य संस्थान अलीगंज लखनऊ पर निर्भर था। क्योंकि यहां केवल 13 पैरामीटर की ही जांच हो पाती थी। इससे पानी में मौजूद अन्य तत्वों का पता लगा पाना मुश्किल था। लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक प्रयोगशाला के निर्माण की योजना तैयार की गई। बताते हैं कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत खुसरोबाग में एक करोड़ से अधिक रुपये की लागत से अत्याधुनिक प्रयोगशाला के निर्माण का प्रस्ताव पास हुआ। बजट मिलते ही इस आत्याधुनिक प्रयोगशाला के निर्माण का कार्य शुरू हुआ। लोकार्पण करते हुए महापौर ने कहा दवा किया इतना आधुनिक लैब सूबे में किसी भी निकाय के पास नहीं है। आठ महीने में तैयार इस प्रयोगशाला को उन्होंने नगर निगम व शहर की बड़ी उपलब्धि बताया। कहा कि अब शहर के लोगों को पूरी तरह जांच परख कर पानी की सप्लाई दी जाएगी। जलकल के महाप्रबंधक कुमार गौरव ने भरोसा दिलाया कि सिर्फ जिला व प्रदेश ही नहीं दूसरे राज्यों से आने वालों सैंपल की भी यहां जांच कराई जाएगी। इस मौके पर जलकल के अधिशासी अभियंता, संघभूषण, शिवम मिश्रा, लेखाधिकारी सुजीत कुमार, विनोद मिश्रा आदि मौजूद रहे।