प्रयागराज ब्यूरो । क्कक्र्रङ्घ्रत्रक्र्रछ्व: जमीन होने के बावजूद घर नहीं है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। सब ठीक रहा तो अब ढाई लाख की जगह सरकार साढ़े तीन लाख रुपये की मदद करेगी। इस पैसे से आप अपना दस बाई दस का दो रूम बना कर जीवन यापन कर सकेंगे। बढ़ी हुई रकम की सहायता के लिए आपको थोड़ा इंतजार करना होगा। तैयार फाइल को शासन से हरी झण्डी मिल गई है। बस आदेश आने की देरी है। आदेश आते ही विभाग आप को इस बढ़ी हुई रकम का लाभ देगा। खास बात यह है कि इस बढ़ी हुई रकम के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लीजिए।

शासन ने समझा लोगों का दर्द
शहर में तमाम लोग ऐसे हैं जो किसी सूरत पाई-पाई जोड़कर जमीन थोड़ी सी जमीन खरीद लिए हैं। आर्थिक तंगी व धनाभाव के चलते एक कमरा अब तक नहीं बनवा सके। ऐसे लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना लांच की। इस स्कीम के तहत ऐसे लोगों को मकान बनाने के लिए ढाई लाख रुपये की मदद मिलती थी। नगरीय विकास अभिकरण के आंकड़ों पर गौर करें तो लाभ के लिए तीस हजार से अधिक लोग आवेदन किए। प्राप्त आवेदनों की विभाग के द्वारा जांच की गई। इस जांच में करीब 2888 आवेदक ऐसे मिले जो अपात्र थे। इनमें कुछ मकान बनवा चुके थे तो कुछ पूर्ण रूप से समक्ष होने के बावजूद सेंधमारी की जुगत में थे। इन सभी अपात्रों के आवेदन को विभाग ने निरस्त कर दिया। गहन छानबीन और पड़ताल के बाद अब तक कुल 29 हजार 700 के करीब आवेदन वैध व पात्रता की श्रेणी में मिले गए। इन सभी पात्रों को योजना के तहत मकान बनाने के लिए ढाई लाख अनुदान की स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें से लगभग 26 हजार 119 लोगों को अनुदान का पैसा भी मिल चुका है।
महंगाई को देखते हुए सरकार ने लिया फैसला
बढ़ी हुई महंगाई को देखते हुए सरकार मकान निर्माण के लिए यह पैसा कम होने की बात महसूस की। आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों के इस दर्द को सरकार महसूस करने के बाद बैठक की। बताते हैं कि कुछ महीने पूर्व शासन स्तर पर हुई इस बैठक में अनुदान की रकम बढ़ाकर ढाई से साढ़े तीन लाख रुपये की गई है। हालांकि इस बढ़ी हुई रकम के तहत अनुदान राशि देने का आदेश अभी विभाग में नहीं पहुंचा है। विभागीय लोग कहते हैं कि आदेश आने के बाद ही बढ़ी हुई अनुदान की रकम देने का काम शुरू किया जाएगा।

ऐसे कर सकेंगे आवेदन
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन की प्रक्रिया बेहद सरल है।
शहरी क्षेत्र में जमीन है तो मकान के लिए आवेदन जमीन के मालिक का बालिग बेटा या पत्नी भी आवेदन कर सकती है।
बसर्ते यह बात प्रमाणित होना चाहिए कि आवेदक जमीन के मालिक की पत्नी या बेटा अथवां बेटी है।
यदि भूमि का मालिक खुद आवेदन करता है तो अति उत्तम होगा। जमीन के कागजात भी लगाने होंगे।
आवेदन ऑफलाइन या ऑनलाइन भी कर सकते हैं। किए गए आवेदन का सत्यापन विभागीय लोग करेंगे।
पात्रता की श्रेणी में पाए जाने पर ही योजना का लाभ मिलेगा। अपात्र होने के बावजूद किए गए आवेदन पर सम्बंधित के खिलाफ विभाग जेल भी भेजवा सकता है।


शासन स्तर पर हुई बैठक के बाद सुनने में आया है कि प्रधानमंत्री शहरी आवास की रकम बढऩे वाली है। हालांकि अभी इसके लिए कोई आदेश नहीं है। जल्द ही फिर इस मसले को लेकर बैठक होने वाली है। संभव है कि इस बैठक के बाद आदेश आ जाय।
सुजीत सिंह, सहज मिशन प्रबंधक