70 लाख की लागत से खरीदी गई हैं दो बसें
17 सीटर हैं बस में
2020 रुपये मिनिमम एक दिन का टूर पैकेज प्रति पैसेंजर

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पर्यटकों को अब घूमने के लिए प्राइवेट टूरिस्ट एजेंसियों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। क्योंकि उनके लिए टूरिज्म विभाग ने टूर प्लान बना लिया है। महाकुंभ वाक टूर पैकेज लेकर पर्यटक प्रयागराज सहित आसपास के पर्यटन स्थलों पर भी घूम सकेंगे। अलग-अलग जनपदों व ग्रुप के लिए विभाग ने रेट निर्धारित कर रखा है। ट्रैवलिंग से लेकर जगह-जगह घुमाने से लेकर नाइट स्टे तक की व्यवस्था खुद विभाग देगा। सिर्फ पर्यटक को अपनी फेवरिट मील का इंतजाम खुद करना होगा। पहली बार जल्द शुरू होने जा रही यह सुविधा अब अनवरत जारी रहेगी। अफसरों का मानना है कि इससे जिले में पर्यटकों का आवागमन तो बढ़ेगा ही वह यहां रुकेंगे भी। यह सुविधा जिले की आर्थिक ग्रोथ में काफी सहायक भी होगी। बहुत जल्द हरी झंडी दिखा कर इस सुविधा का शुभारंभ किया जाएगा।

हर जिले में खड़े होंगे सरकारी मददगार
माघ मेला और महाकुंभ जैसे धार्मिक मेले को छोड़ दिया जाय तो प्रयागराज में विदेशी व अन्य प्रदेशों के टूरिस्ट की संख्या काफी कम है। यहां जो लोग आते भी हैं वह दिन भर घूमने के बाद बगैर रुके आसपास के दूसरे जनपदों चले जाते हैं। इसके पीछे बड़ा कारण यह है कि यहां पर उनके रुकने से लेकर ट्रैवलिंग तक की व्यवस्था का नहीं होना पाया गया है। इस समस्या को दूर करने के लिए काफी प्रयास के बाद टूरिज्म विभाग को सफलता मिली है। टूरिस्ट सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभाग ने करीब 70 लाख की लागत से 17 सीटर दो नई बसें खरीदी है। टूर पैकेज लेने वाले पर्यटकों को इनोवा और डिजाय का इंतजाम विभाग खुद से देगा। प्रयागराज से विभागीय टूर प्लान लेने पर उनके साथ एक गाइड भी दूसरे जनपदों तक जाएगा। वह गाइड विभागीय कर्मचारी ही होगा। वाराणसी, अयोध्या या विंध्याचल पहुंचने पर वह गाइड यानी कर्मचारी वहां के विभाग को सूचना देगा। खबर पाते ही सम्बंधित जिले के टूरिज्म विभाग के कर्मचारी वहां पूरी गाड़ी व टूरिस्ट को अपने अंडर में ले लेंगे। इसके बाद वह लोकल के सारे स्थानों की जानकारी पर्यटकों को देंगे। फिर पर्यटक जिस जगह पर घूमने की इच्छा जताएंगे वह उसी गाड़ी से उन्हें लेकर उस स्थान पर पहुंच जाएगा।

जानिए टूरिस्ट विभाग का क्या है टूर पैकेज
प्रयागराज दर्शन एक दिन का टूर पैकेज प्रति पैसेंजर 2020 रुपये मिनिमम तीन से चार लोग वहीं इनोवा के लिए प्रति व्यक्ति 1640 रुपये कम से कम पांच से छह सवारी होना अनिवार्य, जबकि 1330 रुपये प्रति टूरिस्ट कम से कम 10 लोगों मिलकर बस हॉयर कर सकते हैं।
एक दिन प्रयागराज से वाराणसी घूमना चाहते हैं तो प्रति सवारी 2560 रुपये मिनिमम तीन से चार टूरिस्ट होने पर डिजायर, 2030 रुपये प्रति टूरिस्ट कम से कम पांच से छह लोगों के होने पर इनोवा और 1220 रुपये प्रति सवारी कम से कम दस व्यक्ति होने पर बस बुक करा सकते हैं।
वहीं प्रयागराज, विंध्याचल और वाराणसी के लिए दो दिन और एक रात रुकने का टूर प्लान बना रहे हैं तो भी आप यहां से प्रति व्यक्ति 5390 रुपये कम से कम तीन से चार लोगों के होने पर डिजायर,4545 रुपये प्रति व्यक्ति कम से कम पांच से छह व्यक्तियों का ग्रुप होने पर इनोवा और 3620 रुपये प्रति व्यक्ति पर कम से कम दस लोग पर बस सुविधा ले सकेंगे।
प्रयागराज और विंध्याचल, वाराणसी और आयोध्या के लिए तीन दिन और दो रात के लिए डिजायर पैकेज प्रति व्यक्ति 8480 कम से कम तीन से चार व्यक्ति, 7205 रुपये प्रति व्यक्ति कम से कम पांच से छह मिलकर इनोवा ले सकते हैं, 5800 रुपये प्रति व्यक्ति कम से कम दस लोगो मिलकर टूरिस्ट बस हॉयर कर सकेंगे।
प्रयागराज से एक दिन का अयोध्या टूर करना है तो प्रति व्यक्ति 2560 रुपये कम से कम तीन से चार लोग होने पर डिजायर, 2030 रुपये प्रति व्यक्ति कम से कम पांच से छह व्यक्तियों के होने पर इनोआ और इससे अधिक दस व्यक्ति होने पर प्रति व्यक्ति 1220 रुपये में मिनी ऐसी बस की सुविधा ले सकते हैं।
पहली दफा जिले से टूरिस्ट विभाग ने यह महा कुंभ वाक टूर शुरू किया है। ताकि यहां आने वाले देश व विदेश ही नहीं जिले के लोग भी यदि ग्रुप में टूर प्लान बना रहे तो उन्हें किसी भी प्लेस पर कहीं दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।

सीनियर सिटीजन को विशेष सुविधा
यदि टूर पैकेज लेने वाले पर्यटकों का ग्रुप सीनियर सिटीजंस की श्रेणी में आता है तो विशेष सुविधाएं दी जाएंगी। इसके लिए नाम मात्र का चार्ज अधिक देना होगा। यह पैसा जमा करने पर उनकी गाड़ी के साथ दो अटेंडेंट महिला और पुरुष साथ जाएंगे। गाड़ी में ह्वील चेयर से लेकर स्टिक आदि के प्रबंध होंगे। सम्बंधित जिले में पहुंचने के बाद वहां के मिलने वाले विभागीय कर्मचारी उन्हें आराम से मंदिर या टूर प्लेस पर ले जाएंगे और गाड़ी में लाकर सुरक्षित बैठाएंगे।

प्लान कई वर्षों से चल रहा था पर अमल में नहीं ला पा रहे थे। इस बार स्वीकृति मिलते ही बसें मंगा ली गई हैं। पैकेज टूर और दिन के आधार पर डिसाइड हैं। पहली शुरू होने वाली यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी।
डीपी सिंह, चीफ मैनेजमेंट अफसर राही इलावर्त टूरिज्म बंगलो