- हाइजीन को लेकर करना होगा सेल्फ असेसमेंट, फिर एजेंसी करेगी ऑडिट
- बेहतर हाइजीन वाले रेस्टोरेंट्स को दी जाएगी स्टार रेटिंग
कंपटीशन का जमाना है। हर जगह अपने को अव्वल रखने की होड़ है। बिजनेस को चमकाना है तो अपने उत्पादों को दूसरों के मुकाबले सबसे बेहतर बनाना होगा। शहर के स्वीट-हाउस और रेस्टोरेंट्स में भी स्वाद के साथ स्वच्छता को लेकर इसी तरह का कड़ा मुकाबला है। आगे निकलने के लिए अब स्वीट हाउस और रेस्टोरेंट्स को अपनी हाइजीन को मेंटेन करना होगा। वरना उनको एफएसएसएआई की स्टार रेटिंग में मुंह की खानी पड़ सकती है। यह योजना जल्द ही शहर में शुरू होने जा रही है। इसके तहत प्रतिष्ठानों को पहले खुद अपना हाइजीन असेसमेंट करना होगा और इसके बाद गवर्नमेंट द्वारा नामित एजेंसी इसका आडिट करेगी। दोनों में समानता पाए जाने के बाद एजेंसी फोर या फाइव स्टार रेटिंग जारी करेगी। जिससे प्रतिष्ठान की स्वच्छता और गुणवत्ता दोनों में चार चांद लग सकेंगे।
चालीस प्वाइंट्स पर करना होगा असेसमेंट
स्वीट हाउस और रेस्टोरेंट्स को पर्सनल हाइजीन और कैंपस हाइजीन पर चालीस से अधिक प्वाइंट्स पर खुद का असेसमेंट करना होगा। इसके पहले उन्हें एफएसएसएआई की वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा। इस असेसमेंट में वह खुद को प्रत्येक प्वाइंट पर निर्धारित नंबर दे सकेंगे। इसके बाद एफएसएसएआई द्वारा नामित आरआईआर एजेंसी इन प्वाइंट्स पर प्रतिष्ठान का ऑडिट करेगी। वह खुद जाकर देखेगी कि स्वीट हाउस और रेस्टोरेंट के हाइजीन को लेकर किए गए दावे कितने असली हैं।
फ्री नहीं, देना होगा शुल्क
एजेंसी से आडिट कराने के बाद प्रतिष्ठान को बेहतर स्टार रेटिंग मिलेगी। जिसका वह प्रचार- प्रसार कर अपने बिजनेस को रफ्तार भी दे सकता है। इससे जनता के बीच उसके प्रतिष्ठान की साफ-सफाई का बेहतर मैसेज भी जाएगा। हालांकि एजेंसी द्वारा कराया जाने वाला आडिट फ्री आफ कास्ट नहीं होगा। इसका रेट कांट्रेक्ट साइन होगा। खुद गवर्नमेंट ने मिनिमम रेट लिमिट तय कर दी है।
इन प्वाइंट्स पर होगा असेसमेंट
प्रतिष्ठानों को खुद का असेसमेंट निर्धारित प्वाइंट्स पर करना होगा। पर्सनल हाइजीन में प्रतिष्ठान में तैनात कर्मचारियों और वेटर की ड्रेसिंग, नेल्स, हेयर, प्रजेंटेशन आदि में हाइजीन के मानक तय किए जाएंगे। यह भी देखा जाएगा कि कर्मचारी सर्विस के दौरान पान-तंबाकू का सेवन तो नहीं कर रहा है। इसके अलावा कैंपस हाइजीन में परिसर की साफ-सफाई, यूरिनल, सिंक, डोर, टेबल, कुर्सी आदि की साफ-सफाई देखी जाएगी। शहर के तमाम होटल्स भी आने वाले समय में इस योजना का हिस्सा बनेंगे।
नहीं कर सकेंगे सेटिंग
इस योजना में प्रतिष्ठान संचालक सेटिंग-गेटिंग का खेल नहीं कर सकेंगे। क्योंकि दो पायदान के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग और एफएसएसएआई की टीम स्वयं यहां का दौरा कर अचानक असेसमेंट करेगी। इस असेसमेंट की रिपोर्ट में गड़बड़ी करने वालों पर भी गाज गिर सकती है। खुद सरकार ने इस योजना को बेहतर तरीके से चलाने के लिए पारदर्शी सिस्टम लागू किया है।
खानपान के साथ प्रतिष्ठानों को अब अपने हाइजीन पर भी ध्यान देना होगा। इसके लिए उनको स्टार रेटिंग जारी की जाएगी। इससे उनके बीच प्रतिस्पर्धा कर जन्म होगा और इसका फायदा आम जनता को होगा। साफ-सफाई होने से खाने की गणुावता पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
केके त्रिपाठी, सीएफओ, खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज