प्रयागराज (ब्यूरो)। एलाइजा जांच में भी इस संक्रमण का पता नही चल पाता है। क्योंकि नैट विधि से वाइरस के डीएनए की पहचान हो जाती है। यह विधि एलाइजा की तुलना में अधिक संवेदनशील है। साथ ही इस विधि के जरिए रक्तदाताओं से मिलने वाले खून की जांच पहले से अधिक बेहतर होगी। ऐसा करने वाला यह ब्लड बैंक प्रदेश का एकमात्र ऐसा केंद्र बन गया है। इसके लिए ब्लड बैंक द्वारा बीएचयू वाराणसी में स्थित नैट लैब के साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मशन के रक्त सुरक्षा कार्यक्रम के सौजन्य से अनुबंध किया गया है। बाजार में नैट विधि से होने वाली जांच की लागत पांच हजार रुपए है जबकि एसआरएन अस्पताल में यह जांच निशुल्क की जा रही है।