प्रयागराज ब्यूरो । बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस के गवाह रहे उमेश पाल की हत्या से जुड़े रहस्यों को अतीक का जीजा डॉ। अखलाक उजागर करेगा। पुलिस अखलाख सहित अतीक के वकील खान शौलत हनीफ को भी कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लेकर पूछताछ करेगी। दोनों को कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए धूमनगंज पुलिस कागजी घोड़ा तैयार करने में जुट गई है। रिमांड पर लिए जाने के बाद दोनों से पुलिस भागी हुई पचास हजार की इनामी शाइस्ता परवीन व व उसके बेटे असद एवं गुड्डू मुस्लिम एवं गुलाम के ठिकानों को लेकर पूछताछ करेगी। दोनों से अतीक गैंग से जुड़े गुर्गों के मददगारों के बारे भी सवाल जवाब किए जाएंगे। पुलिस को उम्मीद है कि कस्टडी रिमांड पर लेने का आदेश मिलने के बाद इनसे कई ऐसे राज मालूम चलेंगे। जिसकी विवेचना व अभियुक्तों की गिरफ्तारी में अहमद जरूरत है।
रिमांड की तैयारी में जुटी पुलिस
सर्व विदित है कि कुछ दिन पूर्व उमेश पाल मर्डर केस के विवेचक द्वारा पांच अभियुक्तों को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी। पुलिस के कई सवालों के जवान इस पूछताछ में भी नहीं मिले हैं। अब पुलिस का मानना है कि इस सवालों का जवाब अतीक के जीजा अखलाख और वकील खान शौलत हनीफ से मिल सकते हैं। क्योंकि डॉ। अखलाख अतीक का रिश्तेदार तो खौन शौलत विश्वास पात्रों में एक था। इस लिए अतीक से जुड़े कई रहस्यों की जानकारी इन दोनों को अच्छी तरह से हो सकती है। पुलिस मान रही है कि इन्हें अतीक व उसके गुर्गों के मददगारों एवं छिपने के महफूज ठिकानों के बारे में भी मालूम हो सकता है। उन दोनों को यह मालूम होगा कि आखिर उमेश पाल की हत्या के बाद शूटर किसके यहां सबसे पहले शरण लिए थे। मौजूदा समय में उनकी वे कौन लोग हैं जो अप्रत्यक्ष रूप से मदद कर रहे हैं। उमेश पाल की हत्या करने के लिए बनाई गई स्क्रिप्ट में और कौन लोग शामिल थे। शूटर गुड्डू मुस्लिम से पूर्व अखलाख और किन घटनाओं के गुनहगारों को शरण दिया था। शरण देने में अखलाख की पत्नी यानी अतीक की बहन का क्या रोल है। अतीक के बहनोई से पुलिस यह भी सवाल करेगी कि आखिर उसकी कार कौशाम्बी जिले में कैसे पहुंची। वे कौन लोग थे जो उसकी कार ले गए थे और कार को लावारिश छोड़े जाने की खबर उसे थी या नहीं।