प्रयागराज ब्यूरो । रेलवे कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। उनकी रेलवे अस्पताल से संबंधित समस्याओं का समाधान हो गया है। इन समस्याओं को लेकर उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने चिकित्सा निदेशक को ज्ञापन दिया था। जिस पर मांगें मान ली गई हैं। इस मांगों के माने जाने से कर्मचारियों को रेलवे अस्पताल में हो रही समस्याओं से अब निजात मिल जाएगी।

इन मांगों को किया गया पूरा

रेलवे अस्पताल में पहले नार्मल काउंटर पर फिर छोटे स्टोर से इसके बाद बड़े स्टोर से दवा मिलती थी। जिससे दवा लेने के लिए कर्मचारियों को कई काउंटर का चक्कर काटना पड़ता था। मगर अब सारी दवाएं एक ही काउंटर पर मिलेंगी। एचएमआईएस एप पर डॉक्टर का लाइव क्यू स्टेटस नहीं दिखता था। मगर अब डॉक्टर कितने मरीज देख चुके हैं, इसका पता एप पर चल जाएगा। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान कई बार उनके पास विजिटिंग डॉक्टर नहीं पहुंचते थे, मगर अब इस व्यवस्था में सुधार हुआ है। अब विजिटिंग डॉक्टर हर भर्ती मरीज को देखेंगे। एक महिला डॉक्टर पर गर्भवती महिला मरीजों के साथ असभ्य व्यवहार की शिकायत थी। इस शिकायत पर कार्रवाई की गई है। विजिटिंग डॉक्टरों द्वारा बाहर की दवाएं लिखी जाती थीं। शिकायत के बाद इस व्यवस्था में सुधार हुआ है।

अफसरों का जताया आभार

कर्मचारी संघ के महामंत्री रूपम पांडेय ने बताया कि रेलवे अस्पताल की इन समस्याओं को लेकर बीते तीन जून को चिकित्सा निदेशक को ज्ञापन दिया गया था। जिसमें से कई मांगें मान ली गई हैं। अन्य बची मांगों पर भी शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन मिला है। संघ के पदाधिकारियों ने मांगों पूरी होने के बाद खुशी का इजहार किया है। रेलवे अफसरों को सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है।