नामजद व अज्ञात सपाइयों पर कर्नलगंज में दर्ज मुकदमे में लगाई गई गंभीर धाराएं
PRAYAGRAJ: जिला पंचायत अध्यक्ष पद में हार के बाद लाठियों का दर्द सपाई भुले भी नहीं थे कि पुलिस की ओर से इन पर मुकदमें का बोझ भी लाद दिया गया। शनिवार की देर रात कर्नलगंज में नामजद पांच व करीब 500 अज्ञात सपाइयों की तलाश रविवार सुबह से ही जारी रही। सपा खुद के 41 जिला पंचायत सदस्य होने का दावा अब भी कर रही है। मतलब यह हुआ कि सपा के सदस्य ही पार्टी प्रत्याशी का साथ नहीं दिए। हालांकि सपाई इसकी वजह भाजपा की दबंगई कारण बता रहे हैं।
नामजद लोग व लगाई गई धाराएं
शनिवार को सम्पन्न हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ। वीके सिंह की जीत हुई। जबकि सपा प्रत्याशी मालती यादव 18 वोट से चुनाव हार गई थीं। हार से गमजदा सपाइयों को छेड़ने पर कुछ कार्यकर्ता आपे से बाहर हो गए। इसके बाद पुलिस द्वारा सपाइयों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। कई कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई की गई। पुलिस की बरस रही लाठियों से बचने के लिए सपाइयों भाग खड़े हुए थे। इसके बाद देर रात पुलिस द्वारा सपा के युवजन सभा उपाध्यक्ष संदीप यादव, प्रिंस बागी, अजय यादव, रजनीश भारतीया, शिव यादव सहित करीब 500 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इन के विरुद्ध कर्नलगंज थाने में दर्ज मुकदमें में धारा 147, 332, 353, 336, 341, 171 (ग), 188, 269, 270, 3(1) व 51 और 52 लगाई हैं। नामजद सपाइयों की तलाश में रविवार को पुलिस जुटी रही।
यह चुनाव भाजपा नहीं सरकार लड़ रही थी। मेरे द्वारा रास्ते में पकड़ने वाले सांसद के आवास को सील किए जाने की मांग डीएम से की गई थी। मगर ध्यान नहीं दिया गया। परिणाम यह हुआ कि सपा मतदान को आ रहे सपा के सदस्य रास्ते से हाईजैक कर लिए गए।
योगेश यादव, जिलाध्यक्ष सपा