प्रयागराज ब्यूरो । दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने शहर के तमाम डाक्टर्स से बातचीत कर डेंगू कितने टाइप के होते हैं। इनसे बचाव का तरीका क्या है। कौन सा डेंगू कितना खतरनाक होता है। कौन से डेंगू का डाटा जिला प्रशासन के पास जाता है।
डाक्टर्स बताते है कि डेंगू के ऐसे समझें डेंगू के तीन भाई है।
पहला डीएफ (ष्ठस्न) और दूसरा डीएचएफ (ष्ठ॥स्न) और डीएसएस (ष्ठस्स्) है।
डीएफ साधारण डेंगू बुखार है। इसमें व्यक्ति को करीब 5-7 दिनों तक बुखार रहता है। साधारण डेंगू बुखार में मरीज आसानी ठीक हो जाता है।

वहीं डेंगू हैमरेजिक बुखार भी डेंगू बुखार का एक प्रकार है। डेंगू हमैरेडिज बुखार में व्यक्ति को सामान्य डेंगू बुखार के लक्षण भी देखने को मिलते हैं। साथ ही इस डेंगू बुखार के अन्य लक्षण भी होते हैं, जो मरीज में देखने को मिलते हैं। इसे डीएचएफ (ष्ठ॥स्न) भी कहा जाता है।

डेंगू शॉक सिंड्रोम (ष्ठस्स्) वह अवस्था में जिसमें व्यक्ति को डेंगू के लक्षणों के साथ ही शॉक की अवस्था के भी कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। यह डेंगू का ही एक बढ़ा हुआ रूप होता है, जिसमें डेंगू बुखार दूसरी या तीसरी स्टेज पर होता है।

सूत्रों की माने तो डेंगू को लेकर कोई पैनिक न हो इसलिए पहले और दूसरे डेंगू को डॉक्टर ऑन रिकॉर्ड डेंगू खुलकर नहीं बता रहे है। यहां तक सरकारी डॉक्टर्स प्लेटलेट काउंट पांच हजार तक पहुंच जाए तब भी घबराने की नहीं बात कर रहे है।


साधारण डेंगू बुखार के लक्षण
- ठंड लगना
- तेज बुखार आना
- सिरदर्द
- गले में दर्द होना
- स्किन पर रैशेज होना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- जोड़ों में दर्द होना
- भूख न लगना
- मुंह का स्वाद खराब होना
- उल्टी और जी मितलाना
- आंखों में दर्द होना


डेंगू हैमरेजिक बुखार के लक्षण
- नाक से खून आना
- मसूढ़ों से खून निकलना
- उल्टी में खून निकलना
- शौच में खून निकलना
- स्किन पर निशान होना

डेंगू शॉक सिंड्रोम के लक्षण
- ठंड लगना और तेज बुखार होना
- बेचैनी होना
- बेहोश होना
- हृदय गति कभी तेज कभी धीरे होना
- ब्लड प्रेशर कम हो जाना
- बदन दर्द होना
- होंठ नीले पडऩा
- स्किन रैशेज
- तंत्रिका तंत्र का खराब होना

वर्जन-फोटो
सामान्य डेंगू बुखार आम होता है। डेंगू के अधिकतर मरीजों को यही बुखार होता है। इसे आसानी से रिकवर भी किया जा सकता है। सामान्य डेंगू बुखार जोखिम भरा नहीं होता है, यह अच्छी डाइट और दवाइयों से किया हो सकता है।
सीनियर डा। राजीव सिंह, नारायण स्वरूप हॉस्पिटल निदेशक

डेंगू हैमरेजिक बुखार और डेंगू शॉक सिंड्रोम की अवस्था गंभीर होती है। इसमें व्यक्ति को तुंरत इलाज की जरूरत होती है। इसलिए अगर आपको डेंगू का कोई भी लक्षण नजर आ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें और अपना डेंगू टेस्ट करवाएं।
वर्जन - डा। एसपी सिंह, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज


कब करवाएं डेंगू का टेस्ट
डेंगू (डेंगू की पहचान के लिए ब्लड टेस्ट) का मच्छर काटने के 3-4 दिन बाद व्यक्ति में इसके लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। अगर 2-3 दिनों तक तेज बुखार हो या डेंगू के अन्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। लगातार तेज बुखार, जोड़ों में दर्द होना और स्किन पर रेशैज होने जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें और अपना डेंगू का टेस्ट करवाएं।


डेंगू से बचाव के उपाय
- डेंगू से बचाव के लिए घर में साफ-सफाई रखें
- कूलर, टंकी को समय-समय पर साफ करते रहें
- घर के किसी भी कोने और गमलों में पानी जमा न होने दें
- डेंगू से बचने के लिए फुल स्लीव्स कपड़े पहनें
- दिनभर में 3-4 लीटर पानी जरूर पिएं - शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न होने दें
- अपनी डाइट में लिक्विड को अधिक शामिल करें
- फास्ट फूड, जंक फूड आदि से दूरी बनाकर रखें
- पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें, अच्छी नींद लें और स्ट्रेस फ्री रहें