प्रयागराज (ब्यूरो)।निरंजन डॉट पुल की सौ दिनी बंदी लोगों का समय ही नहीं बर्बाद कर रही है, बल्कि उनको आर्थिक चोट भी पहुंचा रही है। खासकर उन लोगों को जिनका सिविल लाइंस से रोजाना चौक या जानसेनगंज एरिया में आना जाना है। यह लोग वर्तमान में परेशान हैं। उनका कहना है कि जाम और धूप में परेशान तो हो रहे थे, अब वेहिकल में पेट्रोल भी लगने लगा है। गाड़ी का माइलेज घट गया है। इसका असर हमारे बजट पर पड़ रहा है।

एक तरफ से चार किमी का बढ़ा सफर
विशेष अग्रवाल की चौक में किराने की दुकान है। जब से निरंजन डॉट पुल बंद हुआ है, वह परेशान हो गए हैं। वह रोजाना अपनी बाइक से जाते थे। इस समय उनको दोनों तरफ से आठ किमी का अधिक सफर करना पड़ रहा है। वह कहते हैं उनकी बाइक एक लीटर पेट्रोल में 60 किमी का एवरेज देती है। लेकिन अब यह माइलेज घट गया है। क्योंकि रनिंग बढ़ गई है और जाम का भी सामना करना पड़ता है। इसमें ईंधन अधिक जलता है।
कार से जाना हुआ बेहद महंगा
चौक के ऐसे कई व्यापारी हैं जो कार से जाते हैं। वह सिविल लाइंस और चौक के बीच रोजाना कम से कम एक चक्कर लगाते हैं। जब से निरंजन पुल बंद हुआ है, कार से चलना दूभर हो गया है। आठ किमी रनिंग बढ़ जाने से डेढ़ गुना फ्यूल लगने लगा है। कपड़ा व्यापारी मो। मोइन बताते हैं कि उनकी कार शहर में 16 किमी प्रति लीटर का माइलेज देती है। सौ दिन तक निरंजन पुल के नीचे का रास्ता बंद रहा तो हजारों रुपए का पेट्रोल उन्हें एक्स्ट्रा जलाना पड़ेगा। यह खर्च उनके जैसे हजारों लोगों के जेब पर बोझ बढ़ाएगा।


जानिए कैसे महंगा होगा यह सफर

अगर बाइक का माइलेज एक लीटर पेट्रोल में 60 किमी है तो यह एक किमी का सफर तय करने में 1.60 रुपए खर्च आता है। चार किमी में 6.6 रुपए लगेंगे। आठ किमी सफर तय करने मे यह खर्च एक दिन में 13.30 रुपए आएगा।

फिर सौ दिन लगातार चौक और सिविल लाइंस के बीच अपडाउन करने में यह खर्च 1333 रुपए आएगा। यह बोझ केवल एक व्यक्ति पर बढ़ रहा है।

इसी तरह कार अगर एक लीटर पेट्रोल में 16 किमी चलती है तो एक किमी का इसका खर्च 6.25 रुपए आएगा। आठ किमी का यह खर्च बढ़कर 50 रुपए प्रतिदिन होगा।

इस तरह से सौ दिनों में 5000 रुपए का अतिरिक्त पेट्रोल वेहिकल ओनर को जलाना होगा। इस तरह से लोगों का मंथली बजट खराब हो सकता है।

दो दिन से कम हुआ जाम का सिरदर्द
निरंजन डॉट पुल बंद होने के बाद किस कदर लोग परेशान हुए, इसकी गवाही खुद यहां तैनात ट्रैफिक के जवान बयां कर रहे हैं। यहां तैनात टीएसआई मो। जावेद बताते हैं कि पहले दिन इतना जाम रामबाग पुल पर लगा था कि गर्मी में लोग परेशान हो रहे थे। इस जाम को खत्म करने के चक्कर में ट्रैफिक के जवानों ने दिन का भोजन भी नहीं किया। हालांकि पुल के दोनों ओर बैरीकेडिंग हो जाने से पुल पर जाम लगना बंद हो गया है। लेकिन लोगों को परेशानी बढ़ गई है। अब उन्हें रामबाग बस स्टैंड की ओर से घूमकर आना पड़ रहा है।