तेजी से बढ़ रही है गंभीर मरीजों की संख्या, शुगर, बीपी समेत 50 साल से अधिक के लोगों को खतरा
ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे गए हैं चार मरीज, देखभाल में जुटे डॉक्टर्स
शहर में तेजी से कोरोना संक्रमण ही नही बढ़ रहा, इसके साथ गंभीर मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों की संख्या दो दर्जन से अधिक हो चुकी है और इसमें चार मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर आ चुके हैं। लोगों को बीमारी की गंभीरता बताने के लिए इतना ही काफी है। खासकर उन लोगों को जो शुगर और ब्लड प्रेशर से ग्रसित हैं और जिनकी उम्र 50 साल से अधिक हो चुकी है।
रोजाना भर्ती हो रहे नए मरीज
15 मार्च को एसआरएन हॉस्पिटल में कुल 4 मरीज भर्ती थे। 24 मार्च को यहां भर्ती गंभीर मरीजों की संख्या 28 हो चुकी है। महज नौ दिन में बढ़ी मरीजों की संख्या संक्रमण के बढ़ने का संकेत दे रही है। भर्ती मरीजों में चार को सांस लेने में अधिक तकलीफ की शिकायत है। इनको बाई पैप विधि के जरिए हाई प्रेशर ऑक्सीजन की दी जा रही है। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि अभी यह चारों खतरे से बाहर हैं।
कब बढ़े कितने मरीज
डेट भर्ती मरीजों की संख्या
15 मार्च- 4
16 मार्च- 5
17 मार्च- 7
18 मार्च- 8
19 मार्च- 12
20 मार्च- 12
21 मार्च- 18
22 मार्च- 23
23 मार्च- 25
24 मार्च- 28
इनके लिए खतरनाक है कोरोना
- 50 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग
- बीपी और शुगर की मरीज
- फेफड़े की बीमारी से ग्रसित
- किसी गंभीर रेाग से पीडि़त
पहले से तैयार है सिस्टम
बता दें कि एसआरएन को लेवल थ्री हॉस्पिटल बनाया गया है। यहां ऑल रेडी 270 बेड का हाईटेक विंग मौजूद हैं। जिसमें एचडी और आईसीयू लेवल के वार्ड मौजूद हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि पिछले साल कोरोना के मरीजों का इलाज करने के बाद हम लोग इस बार मेंटली प्रिपेयर हैं।
ऐसे करें कोरोना का सामना
बीपी के मरीज हैं तो रोजाना अपना ब्लड प्रेशर चेक कराएं।
शुगर की जांच नियमित रूप से करते रहें। लेवल बढ़ने पर डॉक्टर की सलाह लें।
घर के बुजुर्गो को दूसरों से दूर रखें। उनको अलग कमरे में रहने दें।
बाहरियों को बिना मास्क घर में प्रवेश कतई न दें।
कोई दूसरे शहर से आया है तो उसे कोरोना की जांच कराने की सलाह दें।
होम आइसोलेशन में बढ़ी मरीजों की संख्या
इस साल कोरोना के मामले बढ़ने के बाद होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। बिना लक्षण वाले मरीजों को शर्त के साथ घर आइसोलेट रहने की सलाह दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि होम आइसोलेशन में सभी नियमों का पालन करना होगा। होम आइसोलेशन किट रखना भी अनिवार्य है।
एक बार फिर कोरोना बढ़ रहा है। बहुत से मरीज होम आइसोलेशन में भेजे गए हैं लेकिन चिंता गंभीर मरीजों के बढ़ने से है। लोग अधिक उम्र के लोगों का ख्याल रखे तो कोरोना से बचाव संभव है। अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका अवश्य लगवाएं।
डॉ। प्रभाकर राय
सीएमओ प्रयागराज