कुल आबादी के मुकाबले काफी कम लोगों को ही लगी है वैक्सीन की दोनों डोज
जिले में कोरोना वैक्सीनेशन नहीं पकड़ पा रही रफ्तार
यह जानकर आपको ताज्जुब होगा कि कोरोना महामारी से जिले के दो फीसदी लोग भी सुरक्षित नहीं है। हम नहीं आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। जिले की कुल आबादी इस समय 65 लाख है और इसके मुकाबले महज 1.20 लाख लोगों को ही टीके की दोनों डोज लगाई जा सकी है। ऐसे में जिनको एक डोज ही लगी है उनके शरीर में पूरी तरह से एंटी बॉडी बनने में अभी देरी है। वह भी तब जब कोरोना की संभावित तीसरी लहर दरवाजे पर खड़ी दस्तक दे रही है।
16 जनवरी से लग रहे टीके
कोरोना के टीके इस साल 16 जनवरी से लग रहे हैं।
शुरुआत के चार माह तक 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाती रही।
एक मई से नियमों में बदलाव हुआ और 18 से 45 साल के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया।
अब तक कुल 6 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है
इसमें से महज 1.20 लाख को दोनों डोज लगी है।
इस तरह से कुल वैक्सीनेट हो चुके लोगों में भी महज 20 फीसदी ही पूरी तरह से वैक्सीनेट कहे जाएंगे।
बाकी अभी पहली डोज लगवाने के बाद दूसरी डोज का इंतजार कर रहे हैं।
लगेगा लंबा समय
हाल ही में सरकार ने दूसरी डोज की समय सीमा में बढ़ोतरी भी कर दी है।
अब यह डोज 84 दिन के अंतराल में लगाई जा रही है।
ऐसी स्थिति में अब लोगों को दोनो डोज लेने में लंबा इतजार करना होगा।
यह नियम कोविशील्ड के लिए है और यह वैक्सीन अधिकतर लोगों को लगाई जा रही है।
शहर में को वैक्सीन गिनती के लोगों को लगाई गई है
इसमें दूसरी डोज की मियाद महज 28 दिन रखी गई है।
यही कारण है कि पहली डोज लगवाने वाले इस वैक्सीन की मांग करने लगे हैं।
दोनों डोज के बाद ही बनती है एंटी बॉडी
विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद ही शरीर में प्रॉपर एंटी बॉडी बनती है। इसके पहले किसी शरीर में अधिक तो किसी शरीर में हल्की एंटी बॉडी का विकास होता है। अधिकतर लोगों में दोनो डोज लगने के बाद ही पूरी तरह से एंटी बॉडी का सुरक्षा चक्र तैयार होता है। यही कारण है कि कोविशील्ड और को वैक्सीन दोनों में दो डोज लगवाने की बाध्यता तय की गई है।
यहां भी पिछड़ रही आधी आबादी
एक ओर वैक्सीनेशन धीमी गति से चल रहा है तो दूसरी ओर अलग से सेशन बनाने के बावजूद महिलाएं कम संख्या में बूथ पर पहुंच रही हैं। एमएलएन मेडिकल कॉलेज में बनाए गए पिंक बूथ में एक दिन में 200 महिलाओं को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन यहां पर सोमवार को 85 और मंगलवार को 82 महिलाओं ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है। यह संख्या 50 फीसदी भी नहीं है। जिले में 24 घंटे में वैक्सीनेशन करवाने वालों की संख्या 8402 रही।
वैक्सीनेशन तेज गति से कराया जा रहा है। पहली डोज लेने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। 84 दिन बीतने के बाद दूसरी डोज भी लगाई जाएगी।
डॉ। तीरथ लाल
एसीएमओ व डीआईओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज