- नामांकन जुलूस के दौरान जाम में फंसी स्कूली बसें
-तपती दुपहरी में घंटों परेशान रहे स्कूल से घर लौट रहे बच्चे
ALLAHABAD: ड्राइवर अंकल ये जाम क्यों लगा। ये कौन लोग हैं जो शोर मचा रहे हैं। बहुत प्यास लग रही है। जल्दी ले चलो ना घर। कब खुलेगा ये जाम। सैटरडे को तपती दुपहरी में जाम में फंसकर गर्मी से बेहाल स्कूली बच्चे कुछ ऐसे ही सवाल अपने बस चालक से पूछ रहे थे। दरअसल इन स्कूली बच्चों की बस नामांकन जुलूस के जाम में फंसी थी। लोकसभा सामान्य निवार्चन के लिए नामांकन दाखिल करने निकला नेताओं का लंबा चौड़ा लाव लश्कर इन मासूम बच्चों के लिए परेशानी का सबब बन गया। वे न सिर्फ भीड़ और शोरगुल से हैरान थे बल्कि गर्मी के चलते पसीने से तरबतर भी थे। नेताओं के नामंकन जुलूस ने सैटरडे को न सिर्फ इन बच्चों को परेशान किया बल्कि आम पब्लिक को भी घंटो छकाये रखा।
बाहर से बुलाई भीड़
नामांकन दाखिल करने निकले कैंडिडेट्स ने सिटी के साथ ही रूरल एरिया से भी अच्छी खासी भीड़ और वाहन बुला रखा था। इनके लम्बे लाव लश्कर के कारण सिविल लाइन से होकर गुजरे जीटी रोड पर चंद्रशेखर आजाद पार्क से लेकर बालसन चौराहे तक भीषण जाम लगा। रोड के दोनों ओर कैंडिडेट्स के समर्थकों के टू व्हीलर और फोर व्हीलर्स की कतार लगी थी। दोपहर करीब एक बजे कैंडिडेट्स के समर्थकों का जुलूस सड़क पर निकलते ही जाम लगना शुरू हो गया।
फंस गए स्कूली वाहन
नामांकन जुलूस जब सड़क से गुजर रहा था तो इसी बीच स्कूल में छुट्टी हो गयी थी। ऐसे में स्कूली बसें जाम में फंस गई। इंडियन एक्सप्रेस चौराहा से बसों को आगे बढ़ने में काफी दिक्कत हुई। कुछ बसों और व्हीकल्स को चंद्रशेखर पार्क के पीछे की तरफ जाना था, लेकिन जाम के कारण नहीं जा सके। मजबूरी में वाहन को सीधे ले जाना पड़ा। जुलूस के कारण इंडियन प्रेस चौराहा, बालसन चौराहा, मेडिकल चौराहा, कटरा चौराहा आदि इलाकों में डेढ़ से दो घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही।
नेता जी को कुछ भी याद नहीं रहा
नामांकन दाखिल करने निकले कैंडिडेट्स ने न सिर्फ शक्ति प्रदर्शन किया बल्कि आचार संहिता का उल्लंघन भी किया। कचहरी परिसर में जहां केवल पांच लोगों के साथ नामांकन की अनुमति थी। नामांकन के लिए क्00 मीटर की परिधि में केवल तीन गाडि़यां ही प्रवेश करने की अनुमति है, फिर भी सैकड़ों गाडि़यों के साथ हजारों लोगों की भीड़ एकत्र की गई। कुछ पार्टी नेताओं ने अनुमति के विपरीत कई गुना अधिक लोगों के साथ जुलूस निकाला।