प्रयागराज (ब्यूरो)। सीजन बदल रहा है। गर्मी के मौसम में गोवंशों को अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ता है। पानी और चारे की कमी के चलते अक्सर वह बीमार होते हैं और देखभाल के अभाव में अनहोनी की आशंका बनी रहती है। इसी के चलते नोडल अधिकारी ने बुधवार के जिले की अलग अलग गोआश्रय स्थलों का निरीक्षण कर जिम्मेदार अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए।
लापरवाही मिली तो नही होगी खैर
गर्मी में गोवंशों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। गोआश्रय स्थलों में पानी, हरा चारा के साथ चूनी-चोकर की भी व्यवस्था कराएं। बीमार व कमजोर गोवंशों की इलाज की व्यवस्था कराई जाए। किसी भी गोआश्रय स्थल में लापरवाही मिली तो खैर नहीं होगी। जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिले के नोडल अधिकारी व विशेष सचिव डा.रूपेश कुमार ने बुधवार को यह चेतावनी दी। वह दो दिवसीय दौरे पर दोपहर में प्रयागराज पहुंचे थे।
कमजोर गोवंश देख हुए चिंतित
सबसे पहले उन्होंने श्रृंगवेरपुर धाम ब्लाक के रेरुआ गोआश्रय स्थल का निरीक्षण किया। गोवंशों की सुविधा को देखते हुए आश्रय स्थल को और बेहतर बनाने की हिदायत दी। इसके बाद मेंडारा गोशाला पहुंचे। जहां गोवंशों को हरा चारा और गुड़ के साथ चूनी-चोकर दिए जाने को लेकर जानकारी ली। यहां से नोडल अधिकारी कौडि़हार ब्लाक के घाटमपुर गोआश्रय स्थल पहुंचे। कुछ ही देर में उन्होंने आश्रय स्थल की व्यवस्था का जायजा लिया और व्यवस्थाएं भी देखीं। उन्होंने गोआश्रय स्थल में भूसा गोदाम, पानी की व्यवस्था, टीन शेड, विद्युत व्यवस्था व चारा-भूसा की उपलब्धता को देखा। कमजोर व बीमार गोवंश को देख बेहतर चिकित्सा के साथ ही उनके स्वास्थ्य पर जोर दिया।
आज भी होगा निरीक्षण, फिर बैठक
नोडल अधिकारी ने आश्रय स्थल की साफ-सफाई और पशुओं को पर्याप्त मात्रा में आहार देने की हिदायत दी। कहा कि अगर कोई भी निराश्रित गोवंश विचरण करता मिले तो उसे तत्काल आश्रय स्थल में सुरक्षित पहुंचाया जाए। गोबर का ढेर इक_ा देख उसके निस्तारण के निर्देश दिए। यहां 150 गोवंश मौके पर पाए गए। नोडल अधिकारी गुुरुवार को भी निरीक्षण करेंगे और संगम सभागार में बैठक लेंगे। सीवीओ डा.अनिल कुमार, बीडीओ बबिता गुप्ता, एडीओ पंचायत अनिल पाल, एडीओ एसटी डा.अमित दुबे, ग्राम प्रधान रेखा पाल, पशु चिकित्साधिकारी अशोक यादव मौजूद रहे।