प्रयागराज ब्यूरो । हाईकोर्ट बार एसोसिएशन कार्यकारिणी की सोमवार सुबह करीब 11 बजे आपात बैठक बुलाई गई। बैठक की अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने और संचालन महासचिव नितिन शर्मा ने किया। पुलिस अफसरों को चेतावनी देते हुए पदाधिकारियों ने कहा कि उमेश पाल की हत्या के आरोपितों को अविलंब गिरफ्तार किया जाय। साथ ही सरकार उमेश पाल की पत्नी को नौकरी एवं 50 लाख का मुआवजा देते हुए उनके पूरे परिवार को सुरक्षा सुनिश्चित करे। अधिवक्ता समाज उमेश पाल की हत्या से गमजदा परिवार के साथ खड़ा है। यह भी कहा गया कि दिवंगत अधिवक्ता व पुलिसकर्मी के परिवार को कानूनी सहायता भी प्रदान की जाएगी। अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए सरकार अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम तत्काल लागू करे। इसी के साथ दोपहर 12 बजे से हाईकोर्ट के सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य से वितर रहे। इस बीच अवध बार एसोसिएशन लखनऊ के अध्यक्ष आनन्द मणि त्रिपाठी व महासचिव मनोज कुमार मिश्र एवं उपाध्यक्ष रवि प्रकाश मिश्र व संयुक्त सचिव अरविन्द तिवारी का नवीन पदाधिकारी कक्ष में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष व महासचिव सहित सभी पदाधिकारियों के द्वारा स्वागत किया गया। इस बीच सभी ने एक जुट होकर अधिवक्ता हित एवं सम्मान की लड़ाई लडऩे का संकल्प लिए। इस मौके पर अमित के श्रीवास्तव वरिष्ठ उपाध्यक्ष, आशुतोष पांडेय, अशोक कुमार त्रिपाठी, अजय कुमार मिश्र, अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, स्वर्ण लता सुमन उपाध्यक्षगण, सर्वेश कुमार दुबे संयुक्त सचिव प्रशासन, अजय सिंह संयुक्त सचिव लाइब्रेरी, अमरेंदु सिंह संयुक्त सचिव प्रेस, अंजना चतुर्वेदी संयुक्त सचिव महिला आदि अधिवक्ता मौजूद रहे। इसी तरह जिला अधिवक्ता संघ इलाहाबाद की ओर से भी बैठक की गई। यहां बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष गिरीश त्रिपाठी ने की। इस दौरान अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या पर दु:ख व्यक्त करते हुए न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया गया। उमेश पाल के परिवार को आर्थिक मदद व अभियुक्ताओं की गिरफ्तारी एवं एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने की मांग सरकार से करते हुए ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।