-जनआहार के फूड पर लग गई 12 परसेंट जीएसटी

-अब रेलवे नहीं, आईआरसीटीसी करेगी रेस्टोरेंट का संचालन

ALLAHABAD: इलाहाबाद जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर चलने वाले जन आहार के संचालन की जिम्मेदारी अब आईआरसीटीसी पर आ गई है। इसके साथ ही जनआहार के फूड आइटम्स पर जीएसटी लागू हो गया है। 35 रुपए में मिलने वाली जनता मील थाली और चाय को छोड़ कर सभी फूड पर 12 परसेंट जीएसटी लग गया है। इसकी वजह 15 रुपए का डोसा अब 16.80 में मिलने लगा है।

जारी हुआ था आदेश

रेलवे के कैटरिंग सिस्टम पर लगातार उठ रहे सवाल को देखते हुए पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे की कैटरिंग पॉलिसी में बदलाव का आदेश जारी किया था। इसके तहत रेलवे में ठेकेदारी सिस्टम को खत्म कर ट्रेनों की कैटरिंग व्यवस्था के साथ ही स्टेशन के फूड स्टॉल और रिफ्रेशमेंट रूम के संचालन की जिम्मेदारी भी आईआरसीटीसी को देने का आदेश हुआ था, जो अब धीरे-धीरे लागू हो रहा है। इलाहाबाद जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर स्थित जन आहार के संचालन की जिम्मेदारी अब आईआरसीटीसी के जिम्मे आ गई है। पैसेंजर्स को अगर घटिया भोजन या फूड मिलता है तो फिर आईआरसीटीसी ही जिम्मेदार होगा।

कैटरिंग भी आईआरसीटीसी के जिम्मे

रेलवे से ठेकेदारी व्यवस्था भी पूरी तरह से खत्म करने की रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे के कुछ जोनों में ट्रेनों के पैंट्री कार की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी ने संभाल ली है। वहीं जल्द ही ईस्टर्न और एनसीआर के 250 ट्रेनों की कैटरिंग व्यवस्था आईआरसीटीसी को मिलने वाली है।

फूड रेट पहले रेट अब

मसाला डोसा 15 16.80

इडली 12 13.44

मसाला बड़ा 16 17.92

आलू पराठा 32 24.64

ब्रेड बटर 12 13.44

ऑमलेट 22 24.64

कटलेट 25 28

अंडा करी 30 33.50

नोट- 50 और 25 पैसा चलन से बाहर होने के कारण एक जिस फूड का रेट जीएसटी लगने के बाद रुपए के साथ पैसे में आ रहा है, उसका रेट राउंड फिगर के आधार पर लिया जाएगा। यानी ब्रेड बटर जीएसटी के साथ 13.44 का है तो 14 रुपया लिया जा रहा है।

नंबर गेम

- 60 से 70 हजार पैसेंजर्स का फुटफॉल है हर रोज इलाहाबाद जंक्शन पर।

-250-300 ट्रेन्स हर रोज गुजरती हैं इलाहाबाद जंक्शन से।

-700 से 800 पैसेंजर्स आते हैं जनआहार रेस्टोरेंट।

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मार्च महीने में ही तत्कालीन रेल मंत्री ने न्यू कैटरिंग पॉलिसी लागू कर दिया था, जो अब लागू हो रहा है। जन आहार के बाद ट्रेनों को कैटरिंग व्यवस्था भी आईआरसीटीसी को मिलने जा रही है। फूड आईटम पर जीएसटी लगाना सिस्टम का पार्ट है।

-अमित मालवीय, पीआरओ एनसीआर