प्रयागराज ब्यूरो । न मुखबिर, न तैयारी, लापरवाही पड़ रही भारी। जी हां, प्रयागराज पुलिस का यही हाल है। हेतापट्टी डकैती कांड ने सारी पुलिसिंग की पोल खोल कर रख दी है। तेजतर्रार का तमगा लगाए दरोगा से लेकर थानेदार, इंस्पेक्टर तक औंधे मुंह गिर गए हैं। न पुलिस का अनुभव काम आ रहा है और न उनकी पकड़। फिलहाल, हेतापट्टी डकैती कांड का खुलासा करने के लिए एसओजी समेत पुलिस की पांच टीमें पसीना बहा रही हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक जवाब अफसरों को नहीं मिल पाया है।

बिहार से लेकर शाहजहांपुर तक लगी टीम

हेतापट्टी डकैती कांड को लेकर पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने एसओजी समेत पांच पुलिस टीम लगाई है। मगर कोई भी टीम संतोष जनक परिणाम नहीं दे सकी है। हेतापट्टी में सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेने के बाद केवल अंदाजन पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। दो दिन पहले हल्ला मचा कि पुलिस की टीमों शाहजहां पुर के गैंग की धरपकड़ में लगी हैं। अब बिहार की ओर टीमें रवाना की गई हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब एसओजी है, थानों में अनुभवी दरोगा और इंस्पेक्टर तैनात हैं तो चूक कहां हो जा रही है। खैर, पुलिस की टीमें लगी हुई हैं और पुलिस के अफसर कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं हैं।

व्यापारियों ने योगी को भेजा पत्र-फोटो

हेतापट्टी में डकैती से नाराज व्यापारियों ने सीएम योगी से घटना की शिकायत की है। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष लालू मित्तल ने बताया कि घटना की जानकारी देते हुए सीएम योगी को पत्र भेजा गया है। और ट्वीट करके भी जानकारी दी गई है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल भी सीएम योगी से समय लेकर मुलाकात करेंगे। वहीं, गंगापार जिलाध्यक्ष राजेंद्र केसरवानी और महामंत्री प्रयागराज व्यापार मंडल लालचंद्र केसरवानी के साथ प्रतिनिधि मंडल ने एसडीएम फूलपुर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें सीएम योगी से कारोबारी को शस्त्र लाइसेंस देने, चौकीदार के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की गई है। प्रतिनिधि मंडल में सुमित केसरवानी, पिंटू गुप्ता, रमेश गुप्ता, प्रधान दीपचंद केसरवानी, विकास सोनी, रमेश गुप्ता, गोकुल केसरवानी, आशुतोष केसरवानी आदि शामिल रहे।