प्रयागराज (ब्यूरो)।: नगर निगम के अफसरों को शहर की डैमेज सड़कें व नालियां नजर नहीं आ रही हैं। इससे शहर के हजारों लोग हर रोज परेशान हो रहे हैं। नगर निगम में जमीन व मकान के नामांतरण से जुड़ी विभागीय समस्याओं से भी लोग जूझ रहे हैं। खराब स्ट्रीट लाइट के नहीं जलने से रात में अंधेरे की वजह से यात्रियों को परेशानी हो रही है। ये सभी शिकायतें मंगलवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस में नगर आयुक्त के सामने पहुंची। नगर आयुक्त के सामने शिकायत लेकर पहुंचे फरियादियों में ज्यादातर लोग कई बार प्रार्थना पत्र दे चुके हैं। हर बार की तरफ इस मर्तबा भी शिकायतकर्ताओं को अफसरों ने आश्वासन की घुट्टी पिलाकर वापस कर दिया। शिकायत करके नगर आयुक्त कक्ष से बाहर निकले लोगों के चेहरे पर असंतुष्टि के भाव साफ तैर रहे थे। एक सवाल पर कुछ ने कहा कि शिकायत पर शिकायत कर रहे हैं, पर समस्याओं का निस्तारण अब तक नहीं हुआ।

70
शिकायतें पहुंची सम्पूर्ण समाधान दिवस में
22
शिकायत सर्वाधिक निर्माण से सम्बंधित
12
शिकायतें स्ट्रीट लाइट से जुडी रहीं रहीं
04

शिकायतें तमाम निस्तारण त्वरित शून्य
शहरी के सौ वार्डों में लाखों लोग बसर करते हैं। इनमें 80 वार्ड काफी पुराने हैं। जबकि बीस वार्ड नगर विस्तार के बाद बढ़ाए गए हैं। सड़क, बिजली, पानी व सफाई, नामांतरण, पेयजल सहित अन्य तमाम समस्याओं को निस्तारित करने के लिए हर मंगलवार नगर में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया जाता है। नियमानुसार इस इस बार भी मंगलवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस पर नगर आयुक्त द्वारा समस्याओं को सुना गया। नगर आयुक्त के सामने सबसे कुल 70 शिकायतें पहुंचीं। इनमें सर्वाधिक जर्जर सड़क व नाली की शिकायतें रहीं। इसके बाद एक दर्जन लोगों के द्वारा स्ट्रीट लाइटों के खराब होने की शिकायत की गई। जबकि जमीन व भवन के नामांतरण से सम्बंधित शिकायतें 04 रहीं हैं। शेष अलग-अलग सभी शिकायतें कोई पेयजल समस्या तो कुछ जर्जर भवन, नाला सफाई आदि से जुड़ी रहीं। ओवर ऑल 70 शिकायतों में 38 शिकायतें केवल जर्जर रोड व नाला और स्ट्रीट लाइट एवं नामांतरण से जुड़ी रहीं। जबकि 32 शिकायतों में अन्य अलग-अलग तमाम तरह की शिकायतें शामिल हैं। मौके पर एक भी व्यक्ति की शिकायत का त्वरित निस्तारण नहीं हो सका। फरियादियों को प्राप्त आश्वासन पर ही संतोष करते हुए वापस लोटना पड़ा।


शिकायत तो करते हैं निस्तारण नहीं होता
सुधांशु पाठक संगम वाटिका देव प्रयागम-टू कॉलोनी झलवा के निवासी हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कॉलोनी में करीब 139 मकान हैं। जिसमें हजारों लोग बसर करते हैं। इस कॉलोनी की सड़क इतनी जर्जर हो गई है, पैदल तो दूर बाइक आदि से चलना भी मुश्किल हो गया है।
शिकायत के बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा। कहा कि जनवरी 2022 में काफी प्रयास व स्थानीय विधायक की पहल पर करीब 72 लाख रुपये रोड के लिए पास हुए थे। इतनी जानकारी हमें हैं। पैसा पास होने के बावजूद इस सड़क का निर्माण नहीं हो सका।

एक दो नहीं कई सड़कें हैं जर्जर
करेली सम्स नगर के रिजवान कहते हैं कि वार्ड की ज्यादातर सड़कें पूरी तरह डैमेज हो गई हैं। इसी तरह हड्डी गोदाम रोड व एबीसी सेंटर रोड भी चलने लायक नहीं बची। मुर्गा दरबार से मरहबा पैलेस तक करीब ढाई हजार घर हैं। इन घरों में 32 हजार के करीब मतदाता हैं। यह सभी इन्हीं सड़कों से होकर आवागमन करते हैं। सड़कों के खराब होने से लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत हो रही है। कई दफा रोड निर्माण को लेकर नगर निगम में फरियाद की जा चुकी है। फिर भी जिम्मेदार पब्लिक की इस समस्या पर गौर नहीं फरमा रहे।


जितनी भी शिकायतें आई हैं उनका निस्तारण करने के लिए सम्बंधित विभागों को लिखा गया है। निर्माण से सम्बंधित कार्यों में बजट की जरूरत होती है। इस लिए थोड़ा वक्त लग सकता है पर समस्या दूर जरूर कराई जाएगी। शेष अन्य शिकायतें जल्द दूर कराई जाएगी।
चंद्र मोहन गर्ग, नगर आयुक्त नगर निगम