प्रयागराज (ब्यूरो)। एमवी इंटर कॉलेज सुलेमसराय में शनिवार को एसएससी स्टेनोग्राफर की परीक्षा थी। परीक्षा पूर्व गेट पर स्कूल प्रबंधक अनिल कुमार त्रिवेदी व उप प्रधानाचार्य अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की चेकिंग कर रहे थे। इसी में एक परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र, पैन कार्ड और वोटर आइकार्ड को देखकर संदेह हुआ। स्कूल प्रबंधक ने उससे पूछा तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। सूचना पाकर इंस्पेक्टर धूमनगंज ताकेश्वर राय मौके पर पहुंचे। प्रवेश पत्र देखा और फिर परीक्षार्थी को थाने ले आया गया। यहां उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह मो। हसन पुत्र मो। उस्मान निवासी उत्थगी, अटरामपुर सोरांव है। उसे फर्जी तरीके से पकड़ा गया है। लेकिन पुलिस ने जब कड़ाई बरती तो उसने बताया कि वह हसन यादव निवासी संदलपुर थाना अगमकुवां, पटना बिहार का रहने वाला है। वह अपने दोस्त मो। निजाम पुत्र मो। उस्मान निवासी उत्थगी, अटरामपुर सोरांव के स्थान पर परीक्षा देने आया था।
पटना में हुई थी मुलाकात, मांगी थी मोटी रकम
परीक्षा पास करवाने के लिए उसने मोटी रकम मांगी थी। उसने यह भी बताया कि मो। निजाम के पैन कार्ड, वोटर आइकार्ड और प्रवेश पत्र को कूटरचित तरीके से बदलकर अपना नाम लिख लिया था। इसमें सिर्फ निजाम को हटाकर हसन कर लिया था। पुलिस के मुताबिक हसन और निजाम की भेंट पटना में हुई थी। वहीं दोनों के बीच परीक्षा को लेकर बातचीत हुई थी। गिरफ्तार हसन यादव के आपराधिक इतिहास को खंगालने के लिए बिहार पुलिस से मदद मांगी गई है। संभावना है कि वह इससे पहले भी कई परीक्षाओं में पकड़ा जा चुका है, लेकिन जांच के बाद ही यह साफ होगा।
परीक्षा केंद्र के जिम्मेदारों द्वारा पकड़े गए शातिर की बाबत खबर दी गई थी। पकड़ कर पूछताछ की गई तो सच्चाई सामने आ गई। वह दूसरे की जगह परीक्षा देने आया था। लिखा पढ़ी कर उसे जेल भेजा जा रहा है।
तारकेश्वर राय
इंस्पेक्टर धूमनगंज