एनआईओएस के प्रयागराज मुख्यालय के अंडर में आते हैं प्रदेश के 62 जिले, इंटर में 6,268 छात्र हैं रजिस्टर्ड
सीबीएसई व यूपी बोर्ड के बाद अब राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) ने भी 12वीं की लिखित व प्रायोगिक परीक्षा रद कर दी है। इसके लिए पंजीकृत 6,268 परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। इसके लिए संस्थान मूल्यांकन के नियम तैयार कर रहा है साथ ही जो छात्र-छात्रा मिले अंकों से संतुष्ट नहीं होंगे उन्हें परीक्षा का भी विकल्प भी दिया जाएगा।
प्रैक्टिकल-लिखित दोनो परीक्षाएं नहीं होंगी
एनआइओएस का प्रयागराज में क्षेत्रीय कार्यालय है और प्रदेश के 62 जिलों के वे शिक्षार्थी यहां प्रवेश लेते हैं जो ड्राप आउट हैं या फिर तय समय में प्रवेश नहीं ले सके, गरीबी उनकी पढ़ाई में रोड़ा है या फिर वे कहीं कार्य करते हुए शिक्षा पाना चाहते हैं। क्षेत्रीय निदेशक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष की 12वीं परीक्षा के लिए 6,862 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। उन्हें अब अगली कक्षा के लिए तय नियमों के अनुसार प्रोन्नत किया जाएगा। उनकी लिखित व प्रायोगिक दोनों परीक्षाएं रद कर दी गई हैं। जो छात्र-छात्रा मूल्यांकन से संतुष्ट नहीं होंगे उन्हें स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा। परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों का वही परिणाम अंतिम माना जाएगा। प्रदेश का नोएडा व गाजियाबाद दिल्ली रीजन में और 11 जिले उत्तराखंड रीजन में आते हैं।
10वीं में 2,225 होंगे प्रोन्नत
क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि एनआइओएस दसवीं की परीक्षा पहले ही निरस्त की जा चुकी है। प्रदेश में 2,225 परीक्षार्थी पंजीकृत रहे हैं, उन सभी को अगली कक्षा के लिए प्रमोट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल में सीधे उन बच्चों को प्रवेश दिया जाता है जो 14 वर्ष की आयु पूरा कर चुके हों, यदि वे आठवीं तक स्कूल में पढ़े हैं तो उन्हें टीसी देना होता है, यदि उन्होंने घर पर ही पढ़ाई की है तो स्वप्रमाणपत्र व जन्म प्रमाणपत्र देना होता है। हाईस्कूल उत्तीर्ण होने के एक साल बाद वे इंटर के लिए आवेदन कर सकते हैं।