प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों के लिए प्रधानाचार्य भर्ती का विज्ञापन चयन बोर्ड ने वर्ष 2013 में जारी किया था। चयन बोर्ड में वर्तमान में सिर्फ अध्यक्ष हैं, जिनका पांच साल का कार्यकाल अप्रैल 2023 में खत्म हो जाएगा। बोर्ड के पांच सदस्यों का कार्यकाल दो वर्ष का विस्तार मिलने के साथ चार साल की सेवा के साथ आठ अप्रैल 2022 को खत्म हो चुका है। पांच सदस्यों के साथ चले बोर्ड ने हाई कोर्ट के आदेश पर साक्षात्कार तो मार्च 2022 में संपन्न कराया, लेकिन कोर्ट से परिणाम रोके जाने के कारण जारी नहीं किया था। हालांकि बाद में भर्ती का विरोध करने वाले मोहन सिंह की याचिका खारिज होने के बाद परिणाम पर लगी हाई कोर्ट की रोक भी खत्म हो जाने के बाद भी चयन बोर्ड ने परिणाम जारी नहीं किया। अभ्यर्थी परिणाम जारी किेए जाने के लिए चयन बोर्ड के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन सचिव अंजना गोयल और अध्यक्ष वीरेश कुमार की ओर से कोई जानकारी नहीं दिए जाने से उनमें नाराजगी है। भर्ती पूरी कराने की मांग के याची ने बोर्ड अध्यक्ष को भेजे पत्र में एक अन्य याचिका का उल्लेख कर हाई कोर्ट के उस आदेश का भी उल्लेख किया है, जिसमें कहा गया है कि सचिव के माध्यम से बोर्ड अध्यक्ष सभी आवश्यक कार्य संपादित कर सकते हैं। इस आधार पर परिणाम घोषित किए जाने की मांग की है।
कल तक रिजल्ट नहीं तो 16 को धरना
एडेड माध्यमिक विद्यालयो के लिए प्रधानाचार्य भर्ती-2013 का परिणाम घोषित नहीं किए जाने से अभ्यर्थियों में नाराजगी है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के बैनर तले प्रदेश उपाध्यक्ष उपेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में चयन बोर्ड के सचिव को ज्ञापन दिया गया। उन्हें बताया गया कि प्रधानाचार्य भर्ती मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट में पूर्व से लंबित स्पेशल अपील याचिका संख्या 515 /2022 डबल बेंच में खारिज हो चुकी है। इसके बावजूद माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड परिणाम जारी करने में लीपापोती कर रहा है। ज्ञापन में बताया गया कि 2013 की यह भर्ती विगत नौ वर्षों से अटकी हुई है। चेतावनी दी गयी है कि 15 सितंबर तक परिणाम जारी नहीं किया जाता तो 16 को चयन बोर्ड के बाहर धरना दिया जाएगा। इसमें प्रदेश भर से इस भर्ती के अभ्यर्थी शामिल होंगे। प्रतिनिधिमंडल में प्रांतीय मंत्री तीर्थराज पटेल, सुरेंद्र प्रताप सिंह, डा। विनोद कुमार सिंह, रतीपाल, डा। अभिषेक मिश्रा, गार्गी श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।