प्रयागराज ब्यूरो । सिविल लाइंस कंपनी बाग गेट नंबर एक के सामने संचालित नाइट मार्केट की फाइट सांसद उज्ज्वल रमण सिंह तक पहुंच गई है। व्यापारियों नाइट मार्केट में उत्पन्न समस्याओं का पुलिंदा सांसद की टेबल रखा। इंसाफ व मदद की गुहार लगाते हुए व्यापारियों ने कहा कि उनके साथ मार्केट में जुल्म ज्यादती की जा रही है। शिकायत सुनने के बाद सांसद ने फोन कर नगर आयुक्त को व्यापारियों की समस्या को निस्तारित कराने का निर्देश दिया। इतना ही नहीं उनके जरिए अपने लेटर पैड पर तत्काल नगर आयुक्त पत्र भी लिखा गया। सांसद ने कहा कि वह छोटे रोजगार करके जीवकोपार्जन कर रहने वाले शहर के व्यापारी हैं। उनकी समस्याओं का वरीयता के आधार पर समाधान किया जाय।
नगर आयुक्त से मिले व्यापारीगण
इसके पूर्व नाई मार्केट के व्यापारी नगर आयुक्त से मिले। नगर आयुक्त से मार्केट की समस्याओं को उनके जरिए सिलसिलेवार बताया गया। व्यापारियों ने कहा कि मार्केट में दुकान के पीछे पूर्व में शिकायत के बाद वाटर सप्लाई की पाइप बिछाई गई। उसी पाइप में जमीन से सटाकर टोटी लगा दी गई है। इस टोटी के नीचे बाल्टी तो दूर जग तक नहीं रखा जा सकता। मनमाने तरीके से दुकान के पीछे व्यापारियों द्वारा सामान रखे जाने पर अतिरिक्त पैसों की डिमांड की जाती है। जबकि दुकान के पीछे एक डेढ़ कदम बची जगह का इतनी नहीं कि संचालक उसका किसी और कार्य में उपयोग कर सकें। चूंकि जगह दुकान के पीछे है इस लिए व्यापारी वहां पानी आदि रख लेते हैं। इसके लिए भी दस हजार रुपये दुकान के किराया के अतिरिक्त मांगा जाता है। इतना ही नहीं सांसद और नगर आयुक्त को व्यापारियों ने बताया कि किराया या लिए गए अन्य दूसरे पैसों का संचालकों के द्वारा उन्हें कोई रसीद नहीं दी जाती.्र जबकि वह उनसे हर महीने दुकान का 25 हजार किराया और जीएसटी अतिरिक्त लिया जा रहा है। व्यापारियों ने कहा कि संचालक द्वारा मनमाने ढंग से लिए जाने वाले दुकानों के किराया का जिक्र टेंडर की सर्त में नहीं है। यही वह कारण है कि मार्केट संचालकों यानी केयरटेकर किराया वसूलने में मनमानी बरत रहे हैं।

यह है टेंडर में आपरेटर की जिम्मेदारी
आपरेटर को 24 गुणे 07 आधार पर स्थल की देखरेख करनी होगी, उचित सुरक्षा कर्मी, सफाई कर्मी, पार्किंग अटेंडेंट्स व जरूरी स्टॉफ शामिल होंगे,
वेंडिंग क्षेत्र को प्रति दिन रात दस बजे के बाद सफाई व सैनिटाइज किया जाएगा, इन स्थानों का उपयोग दिन के समय पार्किंग और शाम के समय से देर रात तक खाद्य व मनोरंजन क्षेत्रों के लिए किया जाएगा।
खाद्य विक्रेताओं के स्टॉल मनोरंजन सुविधाओं का संचालन शाम छह से रात दस बजे तक किया जाएगा।
आपरेटर को लेआउट योजना के अनुसार दुकानों को सही स्थान पर रखना होगा, जो समग्र सुविधा के संगठन के लिए जोन द्वारा चिन्हित किए जाएंगे।
टेंडर में शर्तें तो करीब 18 से भी अधिक हैं, मगर इसमें दुकानदारों से प्रतिमाह किराया कितना लिया जाएगा इस बात का जिक्र टेंडर की सर्ते में नहीं किया गया है।
नाइट मार्केट के व्यापारी कहते हैं कि यही वह कारण है कि संचालक के द्वारा मनमाने तरीके से किराए के नाम पर पैसों की वसूली की जा रही है।


मार्केट की समस्या को लेकर हम व्यापारियों द्वारा सोमवार को नगर आयुक्त व सांसद मुलाकात की गई। नगर आयुक्त द्वारा समस्या को जल्द ही निस्तारित कराए जाने का आश्वासन दिया है। सांसद के जरिए नगर आयुक्त मामले में पत्र भी लिखा गया है।
हिमांशू गुप्ता, अध्यक्ष नाइट मार्केट व्यापारी संघ