- स्टूडेंट्स के नाम करेक्शन के लिए मिलेगा तीन दिन का मौका
- पहले बोर्ड ने 14 व 15 जून तक का ही दी थी सुविधा
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PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी के कारण इस बार बोर्ड परीक्षाएं कैंसिल कर दी गई हैं। ऐसे में 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट को बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। ऐसे में रिजल्ट फाइनल होने के पहले स्टूडेंट्स के नाम की स्पेलिंग में करेक्शन के लिए यूपी बोर्ड ने तीन दिनों का मौका दिया है। बोर्ड की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि स्टूडेंट्स के नाम की स्पेलिंग में करेक्शन के लिए 15 से 17 जून यानी तीन दिनों का मौका दिया जाएगा। इस दौरान बोर्ड की वेबसाइट क्रियाशील रहेगी। जिससे स्कूलों के प्रिंसिपल परिषद की वेबसाइट upmsp.edu.in पर जाकर स्टूडेंट्स के नाम में स्पेलिंग करेक्शन कर सकते है।
स्कूल के मूलअभिलेखों से करें मिलान
यूपी बोर्ड की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि स्कूल के प्रिंसिपल बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले सभी स्टूडेंट्स के नामों का मिलान स्कूल के मूल अभिलेखों से कर ले। अगर उसमें गड़बड़ी है, तो स्कूल परीक्षार्थियों, उनके माता और पिता के अंग्रेजी व हिंदी में अपलोड नामों में वर्तनी त्रुटियों को वेबसाइट पर ही ऑन लाइन सुधार करेंगे। इसके बाद नामों में सुधार करने के लिए पुन: अवसर नहीं मिलेगा। परीक्षार्थियों के नामों में पूर्ण परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। गौरतलब है कि बोर्ड ने नाम में करेक्शन के लिए पहले दो दिन का मौका दिया था। जिसमें 14 व 15 जून तक करेक्शन के लिए कहा गया था।
डाक्यूमेंट में सुधार का भी मिला मौका
यूपी बोर्ड की ओर से स्टूडेंट्स के अन्य डाक्यूमेंट में भी सुधार करने का मौका दिया गया है। बोर्ड की ओर से जारी निर्देश के अनुसार वर्ष 2021 की इंटरमीडिएट में रेगुलर व प्राइवेट परीक्षार्थियों के विवरण ऑन लाइन कराने के दौरान उनके हाईस्कूल परीक्षा उत्तीर्ण करने का वर्ष, अनुक्रमांक, संबंधित बोर्ड का नाम अपलोड कराए जाने के निर्देश दिए गए थे। स्कूलों द्वारा इनमें से कई परीक्षार्थियों जिनके हाईस्कूल से संबंधित उक्त तीनों विवरण अपलोड नहीं कराए गए है। या फिर अपलोड करने में किसी भी प्रकार की त्रुटि है। उनकी सही प्रकार से जांच करके उसे भी सही तरीके से फिर से अपलोड कराया जाए। यूपी बोर्ड से भिन्न यानी किसी अन्य बोर्ड से हाईस्कूल परीक्षा उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के उस संबंधित बोर्ड द्वारा निर्गत अंकपत्र को भी परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कराना अनिवार्य होगा। साथ ही हाईस्कूल परीक्षा में जिन परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण परीक्षा वर्ष एवं अनुक्रमांक अपलोड कराए गए है। उनकी भी सत्यता की शतप्रतिशत जांच स्कूल में मौजूद डाक्यूमेंट से उनके मूल अंकपत्र से करा ली जाए। त्रुटि की स्थिति में उन्हें वेबसाइट पर संशोधित कर उनके शुद्ध विवरण फिर से अपलोड कराए जाए। निर्धारित समय के बाद किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया जा सकेगा।
स्टूडेंट्स के नाम की स्पेलिंग करेक्शन करने और उनके डाक्यूमेंट में अगर कोई गड़बड़ी है। तो उसमे सुधार के लिए 3 दिन का मौका दिया गया है।
दिव्यकांत शुक्ला
सचिव, यूपी बोर्ड