प्रयागराज ब्यूरो । एक साल तक के बच्चों के पैरेंट्स के लिए चेतावनी है। आप्शन भी लिमिटेड हैं। बच्चे की टीका लगवाकर सुरक्षा करनी है तो ढाई-तीन हजार रुपये का जुगाड़ कर लीजिए या फिर उन्हें अपनी इम्युनिटी के बूत वायरल से लडऩे के लिए छोड़ दीजिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि जिले में ढाई महीने से बच्चों को पीसीवी का टीका नही लग रहा है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो ढाई माह से सरकार ने टीके सप्लाई बंद कर रखी है। ऐसे में परिजनों को अस्पतालों से वापस कर दिया जा रहा है। यह टीका निमोनिया से बचाव के लिए लगाया जाता है।

एक साल में लगती है तीन डोज
पीसीवी का टीका बच्चों को रोटा पेंटा वैक्सीन के साथ दिया जाता है।
इसको लगाने से बच्चों को निमोनिया से बचाव होता है।
आमतौर पर पांच साल तक के बच्चों में निमोनिया होने का अधिक खतरा होता है।
इस बीमारी से अक्सर बच्चों की जान भी चली जाती है।
यह टीका बच्चों को साल में तीन बार लगाया जाता है।
सरकार ने इसे अनिवार्य श्रेणी में रखा है लेकिन ढाई माह से यह जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल या टीकाकरण केंद्र पर उपलब्ध नही है।
इसकी तीन डोज 1.5 माह, 3.5 माह और 9 माह पर दी जाती है।

कोरोना के बाद से बढ़ गया खतरा
देखा जाए तो कोरोना काल के बाद से बच्चों में निमोनिया का खतरा बढ़ गया है। इस रोग में बच्चों के फेफड़े और श्वास नली में जबरदस्त संक्रमण होता है और वह सांस नही ले पाते हैं। ऐसे में कई बार बच्चों की जान पर बन आती है। यही कारण है कि बच्चों को पीसीवी का टीका लगाया जाता है। अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रदेश में इस टीके का स्टाक नही है। सरकार से इसकी सप्लाई ही नही की जा रही है।

मार्केट में है ऊंचा दाम
सरकार की ओर से पीसीवी का टीका भले ही फ्री आफ कास्ट लगाया जाता हो लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में यह 2500 से 3000 रुपए में लगाया जाता है। इतना अधिक दाम होने की वजह से आम जनता इसे लगवाने की हिम्मत नही जुटा पाती है। लोगों का कहना है कि सरकार को यह टीका उपलब्ध करवाना चाहिए। बाजार से खरीदने की हैसियत कम ही लोगों की होगी। अगर समय रहते यह टीका नही लगा तो बच्चों को भविष्य में अधिक खतरा हो सकता है।

46 हजार को लगना बाकी है डोज
मौजूदा वित्तीय वर्ष में 1.70 लाख बच्चों को पीसीवी का टीका लगाए जाने का लक्ष्य प्रयागराज को दिया गया था। इसमें से अभी तक महज जिसमे से एक लाख 1.24 लाख को ही डोज दी जा सकती है। अभी भी 46 हजार बच्चों को टीका लगाए जाने का इंतजार है। अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से टीके की डोज उपलब्ध कराने की मांग की है।

सरकार से टीके डोज मांगी गई है। ढाई माह से पूरे प्रदेश में वैक्सीन की शार्टेज चल रही है। यह टीका निमोनिया से बचव के लिए लगाया जाता है। मार्केट में इसकी कीमत अधिक है।
डॉ। तीरथ लाल
टीकाकरण प्रभारी, स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज