प्रयागराज ब्यूरो । शहर के विस्तारित एरिया में भवनों के सर्वे का काम शुरू हो गया है। विस्तारित क्षेत्र में कितने भवन हैं? टीम एक-एक हाउस को ट्रैक कर रही है। अब तक ट्रैक किए गए भवनों की संख्या करीब 94 हजार बताई गई है। अभी सर्वे का काम पूरा नहीं हो हुआ है। इस लिए सर्वे पूरा होने तक टीमें घरों को ट्रैक करने का काम करती रहेगी। ट्रैक किए गए इन भवनों में आठ हजार बिल्डिंग व्यवसायिक हैं। इसी के साथ लगातार बगैर ब्रेक किए 15 साल तक हाउस टैक्स जमा करने वालों को नगर निगम प्रोत्साहित करेगा। प्रोत्साहित करने के लिए नियमित हाउस टैक्स समय से जमा करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा। सम्मानित करने का डेट दिसंबर महीने में फिक्स की जाएगी। माना जा रहा है कि इससे भवन स्वामियों में हाउस टैक्स जमा करने को लेकर नई सोच डेवलप होगी। अब यह फार्मूला कितना काम करेगा? यह बात वक्त ही बताएगा।
फिर दौड़ेगी विकास की ट्रेन
नगर निगम एरिया में अब वार्डों की संख्या अब सौ हो गई है। इसके पूर्व यहां पर मात्र 80 वार्ड ही हुआ करते थे। शहर का विस्तार होने के बाद बीस और वार्ड बढ़ गए हैं। अब इन बीस वार्डों में विकास का चक्र घुमाने की प्रक्रिया शुरू हो गई। विकास कार्यों से पहले यह जानना जरूरी है कि इन विस्तारित क्षेत्रों में मकान कितने हैं। मौजूद मकानों का प्रकार क्या है? इसी मंशा के तहत विस्तारित एरिया के मकानों का चिन्हांकन व गणना का काम शुरू है। नगर निगम द्वारा इस काम में लगाई गई टीम मकानों की काउंटिंग वार्डवार करने में जुट गई है। विभागीय सूत्रों की मानें तो अब तक यहां 94 हजार मकान ट्रैक किए जा चुके हैं। जिनमें आठ हजार भवन यानी बिल्डिंग कामर्सियल बताई जा रही है। हालांकि यह ट्रैकिंग काम काम अभी पूरा नहीं हुआ है। एक-एक बिल्डिंग को व भवन को ट्रैक किए जाने तक टीमें इस काम में जुटी रहेंगी। मकानों की संख्या प्राप्त होने के बाद वहां की आबादी देखी जाएगी। मकान और आबादी की एक समूल सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद विस्तारित एरिया में विकास के नए व बड़े प्लान तैयार किए जाएंगे। ताकि यह वार्ड भी शहर के अन्य व पूराने वार्डों की तरह डेवलप हो सकें। इतना ही नहीं विस्तारित क्षेत्र में भवन की संख्या क्लियर होने के बाद नगर निगम को भी बड़ा फायदा हाउस टैक्स के रूप में होगा। बताते हैं कि चालू वित्तीय वर्ष में करीब एक अरब 20 लाख रुपये बतौर हाउस टैक्स वसूले जाने का लक्ष्य निर्धारित है। बताते हैं कि मौजूदा समय में नगर निगम को लगभग दो लाख 28 हजार मकानों से हाउस टैक्स मिल रहा है। इन मकानों से 120 करोड़ रुपये बतौर हाउस टैक्स वसूले जाने का टॉरगेट फिक्स है। लोग हाउस टैक्स नियमित रूप से जमा करें? इसके लिए नगर निगम लगातार बगैर ब्रेक किए 15 वर्षों से टैक्स जमा करने वालों को सम्मानित करेगा। हर वार्ड से ऐसे दस भवन स्वामी सम्मान किए लिए चिन्हित किए जाएंगे।
विस्तारित एरिया में भवनों की संख्या को ट्रैक कराया जा रहा है। इसके बाद सभी की लिस्ट तैयार करकी जाएगी। पूरे शहर में हर वार्ड से उन दस भवन मालिकों को सम्मानित किया जाएगा जो लगातार कई वर्षों से बगैर रुके समय पर टैक्स जमा करते आ रहे हैं। इससे टैक्स दाताओं के हौसले में इजाफा होगा।
पीके द्विवेदी, मुख्यकर निर्धारण अधिकारी