पार्षदों एवं पूर्व पार्षदों ने जीएम जलकल को ज्ञापन सौंपकर की वार्ता
सर्वदलीय पार्षद एवं पूर्व पार्षद संघर्ष समिति नगर निगम के बैनर तले पार्षदों एवं पूर्व पार्षदों ने जलकर में की गयी बढ़ोतरी को रोकने के लिये नया स्लैब बनाने की मांग करते हुये बुधवार को जीएम जलकल हरिश्चंद्र वाल्मीकि को ज्ञापन सौपकर वार्ता की। पूर्व वरिष्ठ पार्षद शिवसेवक सिंह, वरिष्ठ पार्षद कमलेश सिंह, आनंद घिल्डि़याल, अशोक सिंह, चंद्र प्रकाश गंगा आदि ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 में कोरोना काल में जलकर में वृद्धि न हो इसलिये पुराना 1994 के स्लैब को समाप्त कर नये गृह मूल्यांकन के आधार पर पहले नया स्लैब बनाये।
भवनों की संख्या में है अंतर
शिवसेवक सिंह ने जीएम जलकल को अवगत कराया कि जलकल विभाग के मूल बजट 2020 में नगर निगम सीमा के अंतर्गत 199542 कुल भवन दर्शाया गया है। पुराने स्लैब में 01 से 360 में कुल भवन 2961, 361 से 2000 तक 8659, 2001 से 3500 में कुल भवन 23753, 3501 से 5000 तथा 5001 से अधिक में कुल भवन 139268 है। इस प्रकार एक और दूसरे स्लैब में बहुत कम मकान हैं। पांचवें स्लैब में सबसे अधिक मकान है। पुराने पांचों स्लैब में भवनों की संख्या में भारी अंतर है, जिसे जनहित में बदलना बहुत आवश्यक है। अत: जलकर में राहत प्रदान करने के लिये पुराना स्लैब को समाप्त कर नया स्लैब नये गृहमूल्यांकन के आधार पर शीघ्र बनाकर वित्तीय वर्ष 2021-2022 का जलकर निर्धारित किया जाय। जीएम जलकल ने हरिश्चंद्र वाल्मीकि ने जल्द स्लैब रेट के लिये बनाई गई कमेटी की बैठक करके नया स्लैब बनाने का आश्वासन दिया।
अब 31 अगस्त तक बिना ब्याज के जमा करें जलकर
बकाया जलकर पर बिना ब्याज को अब 31 अगस्त तक जमा किया जा सकता है। पूर्व में कोविड महामारी के तहत जलकर में रोपित ब्याज माफ किये जाने के साथ-साथ सरलीकरण योजना लागू किये जाने की मांग को देखते हुये यह व्यवस्था 31 मार्च तक की गयी थी। लेकिन महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने जनहित में यह व्यवस्था 31 अगस्त तक बढ़ा दी हैं। मुख्यकर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्रा के अनुसार 31 अगस्त तक अगर कोई जलकर जमा करता है तो बकाये पर लगा ब्याज माफ होगा।