प्रयागराज (ब्यूरो)। लोड अधिक पडऩे से जले थे 42 ट्रांसफार्मर
करेली और करैलाबाग उपखंड से संबंधित इलाकों में दो मई से 14 जून तक 42 ट्रांसफार्मर जले थे। ट्रांसफार्मर जलने के पीछे भी लोड का अचानक बढ़ जाना सामने आया था। इतने ज्यादा संख्या में ट्रांसफार्मर जलने से विभाग में हाहाकार मच गया था। अधिकारियों ने निरीक्षण किया और फिर आजाद नगर और गौस नगर के लिए अलग फीडर बनाया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि 14 जून से सात अगस्त के बीच सिर्फ तीन ट्रांसफार्मर जले। ट्रांसफार्मर जलने की संख्या में इतनी कमी आने पर यहां तीन और नए फीडर बनाए जाने को लेकर मंथन शुरू हो गया है। इन तीन नए फीडर बनने से करेली और करैलाबाग उपखंड से संबंधित मोहल्लों में बिजली संकट करीब-करीब दूर हो जाएगा। वहीं एक टीम एक्यू चेक मशीन से मीटर की जांच शुरू कर दी। रोजाना आठ से दस बड़े घर पर चिन्हित किये गये ठिकानों पर चेक किया जा रहा है। ताकि लोड का सही फैक्टर सामने आ सके।

करेली एरिया में 132 केवी क्षमता का उपकेंद्र चालू होने से और मिलेगी राहत
-33 केवी क्षमता वाले सब स्टेशनों से इसे जोड़ा जा रहा है
इसमें करेली, करैलाबाग, न्यू खुसरोबाग, ओल्ड खुसरोबाग समेत छह सब स्टेशन शामिल हैं


उपकेंद्रों पर फीडरों की संख्या कम होने की वजह ट्रांसफार्मरों पर लोड पड़ा, जिस कारण वह जल गए थे। अब धीरे-धीरे फीडरों की संख्या बढ़ाई जा रही है, जिससे ट्रांसफार्मर के जलने और तकनीकी खराबी की समस्या काफी कम हो गई है।
विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता