सरकारी व प्राइवेट प्रतिष्ठानों को नोटिस देगा फायर विभाग
PRAYAGRAJ: लाखों व करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई जाने वाली बिल्डिंग में आग से सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी हैं। तमाम ऐसी बिल्डिंग हैं जिसमें फायर सेफ्टी की कोई व्यवस्था है ही नहीं। व्यापारिक प्रतिष्ठानों में आग की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। फायर अफसर ऐसे सरकारी व प्राइवेट प्रतिष्ठानों को नोटिस देने की तैयारी हैं। फायर विभाग द्वारा इन्हें दी जाने वाली नोटिस सुधार के कई बिन्दु भी दिए जाएंगे। नोटिस के करीब महीने भर बाद विभाग चेकिंग शुरू करेगा।
केस-1
मई महीने में राजापुर चौकी के पास स्थित एसबीआई में आग लगी थी। सूचना पर पहुचने तक बैंक का सारा फर्नीचर आदि जलकर राख हो गया था। जिस बिल्डिंग में यहां बैंक है उसके बेसमेंट में होटल व आसपास अन्य दुकानें भी हैं। यहां भी जांच में आग का कारण बैट्री में शार्टसर्किट होना बताया गया है। इस बैंक में भी जाने का रास्ता फ्रंट साइड शटर ही था।
केस-2
करीब दो महीना पहले कैंट एरिया के सर्किट हाउस के पास पीएनबी में भी आग लगी थी। यहां भी आग लगने की वजह शार्टसर्किट ही पाई गई थी। चूंकि बैंक में प्लाईवुड, फोम और प्लास्टिक से बने सामान अधिक होते हैं। लिहाजा आग भी तेजी से फैलती है। कुछ ऐसा ही इस बैंक में भी हुआ था। शुक्र था कि आग कैस रूम तक नहीं पहुंची थी। समय से उसे बुझा लिया गया था।
केस-3
अप्रैल महीने में जानसेनगंज स्थित एक इलेक्ट्रानिक शॉप में आग लगी थी। शॉप में रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया था। सही रास्ता व पानी उपलब्ध न होने के कारण वहां आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। फिर भी करीब दो घंटे की कड़ी मेहनत के बाद दुकान में लगी आग को जवान बुझा पाए थे। दुकान काफी बड़ी अंदर गोदाम और बाहर प्लाई वुड लगाकर शो-रूम बनाया गया थ।
केस-4
इसी अगस्त में 23 तारीख की रात इंदिरा भवन के फस्ट फ्लोर पर स्थिति एक मोबाइल शॉप में आग लग गई थी। हालांकि यहां रास्ता और पानी आदि के बेहतर इंतजाम रहे लिहाजा आग को बुझाने में बहुत मशक्कत नहीं करनी पड़ी। फिर भी आग बुझने तक दुकान में रखे कीमती मोबाइल आदि जलकर राख हो गए थे। यहां भी आग की वजह शार्टसर्किट ही पाई गई थी।
शार्टसर्किट से बचाएगा ये फार्मूला
यूपीएस या इनवर्टर आदि के लिए बैट्री का अब दुकान के अंदर से बाहर बनाएं
बिल्डिंग व्यापारिक है तो उसमें एंटी फायर सिस्टम नियमानुसार लगवाएं
घर हो या दुकान वायरिंग पुरानी है तो हर साल उसे चेक करवाएं और तार बदलें
बैट्री अंदर रखे हैं तो बराबर उसका पानी और कनेक्शन आदि को अच्छे से चेक करें
रात में घर जाते समय बोर्ड में कटआउट के स्विच को गिरा दें, सुबह आन कर लें
धुआं होने पर सिग्नल देने वाले या आवाज देने वाले बेल को जरूर लगवाएं
कभी-कभी चूहे भी तार काट देते हैं इस लिए बराबर वायर को चेक करते रहें