-राज्य महिला आयोग की सुनवाई में पहुंची करीब एक दर्जन पीडि़ता
-अब हर महीने के प्रथम बुधवार को महिला उत्पीड़न की शिकायतों का होगा निराकरण
ALLAHABAD: महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं पीडि़तों को तत्काल न्याय दिलाने के लिए शुरू राज्य महिला आयोग की सुनवाई का पहला दिन महज औपचारिकता साबित हुआ। बुधवार को सर्किट हाउस में आयोग की सदस्य अनीता सिंह तो समय पर पहुंचीं, लेकिन प्रचार-प्रसार नहीं होने से फरियादियों का टोटा रहा। बमुश्किल एक दर्जन महिलाओं ने अपनी आपबीती सुनाई तो सदस्या ने जांच कर सूचित किए जाने का फटाफट आश्वासन दे डाला।
फिर आना अगले महीने
अधिकतर महिलाएं इनमें से दहेज पीडि़ता थीं। उनकी शिकायत सुनने के बाद अनीता सिंह ने पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि जांच करके महिलाओं को फोन द्वारा सूचित किया जाए। अगर कोई हल नहीं निकलता तो अगले महीने के प्रथम बुधवार को फिर से सुनवाई होगी। हालांकि, इस बीच सालों से न्याय की आस लगाए महिलाओं को अधिक कार्रवाई की आस थी। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास मामला हल हो सकता था तो यहां आने की क्या जरूरत पड़ती।
इन्होंने बताई अपनी व्यथा
-तेलियरगंज से आई स्नेहलता विश्वकर्मा ने मृतक आश्रित का लाभ नहीं मिलने पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि 2014 में उनके पति का देहांत हो गया था, इसके बाद उन्हें नौकरी मिलनी चाहिए थी लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। उनके पति नरेगा में कार्यरत थे।
-खीरी के खपटिहा गांव की सुनीता ने पति की मौत के बाद देवर और ससुर पर हिस्से की जमीन हड़पने का आरोप लगाया।
-मलाकराज की जानकी ने कहा कि उनके घर पर अन्य लोग कब्जा करना चाह रहे हैं।
हीला हवाली पर सख्त कार्रवाई
आयोग सदस्या अनीता सिंह ने कहा कि महिला उत्पीड़न की शिकायतों पर हीलाहवाली करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने महिला थानाध्यक्ष से महिला उत्पीड़न ककेमामलों की स्थिति की जानकारी ली। कहा कि महिलाओं तक योजनाओं की जानकारी पहुंचाई जाए। इस दौरान एडीएम प्रशासन महेंद्र कुमार राय, डीपीओ पंकज कुमार, एसपी क्राइम ब्रजेश मिश्रा, एसीएम द्वितीय शिवांगी सिंह, एसडीएम हंडिया कुलदेव सिंह आदि उपस्थित रहे।