प्रयागराज (ब्यूरो)।एनसीसी की ए ग्रेड सर्टिफिकेट परीक्षा में एपीयर होने वाले छात्रों का रिजल्ट अब फटाफट आयेगा। इसके साथ ही इस परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं रह जाएगी। ऐसा संभव हुआ है एमएनएनआईटी की तरफ से तैयार किये गये एक साफ्टवेयर के चलते। अगले साल फरवरी महीने में होने वाली ए ग्रेड की परीक्षा साफ्टवेयर के जरिए कराने का ट्रायल प्रयागराज में होगा। सब कुछ ठीक होने पर नेक्स्ट इयर से इसी पर बेस्ड परीक्षा पूरे देश में करायी जायेगी। यह साफ्टवेयर गुरुवार को एमएनएनआईटी प्रिमाइस में आयोजित प्रोग्राम में दोनों पक्षों की ओर से एमओयू पर साइन किये जाने के बाद एक्सचेंज किया गया। एनसीसी के अफसरों की तरफ से इसे भविष्य में और बेहतर बनाने की अपेक्षा की गयी तो एमएनएनआईटी की तरफ से भरोसा दिलाया गया कि वे जल्द ही बी और सी ग्रेड की परीक्षा के लिए भी साफ्टवेयर डेवलप करके देंगे।

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लोगों की टीम ने किया है साफ्टवेयर डेवलप करने पर काम
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छात्र थे कम्प्यूटर साइंस के इसमें शामिल
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साल लगे हैं साफ्टवेयर को डेवलप करने में
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जुलाई को एमएनएनआईटी ने एनसीसी को किया हैंडओवर
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महीना तक लग जाता था रिजल्ट घोषित होने में

एक साल से चल रही थी प्रैक्टिस
एनसीसी की ए ग्रेड सर्टिफिकेट परीक्षा बेहद रिनाउंड मानी जाती है। इस सर्टिफिकेट के धारक को एकेडमिक इंस्टीट्यूशन में प्रवेश के साथ ही जॉब में भी वेटेज मिलती है। इसे लेकर एनसीसी कैडेट्स में क्रेज रहता है। इस परीक्षा को फेयर बनाने के साथ ही रिजल्ट को जल्द तैयार करने के लिए साफ्टवेयर डेवलप करने का काम एमएनएनआईटी की तरफ से किया जा रहा था। करीब एक साल से चल रहे इस प्रोजेक्ट का ट्रायल आलमोस्ट पूरा हो चुका है। डिफरेंट स्टेज पर चेकिंग और उसमें जरूरी करेक्शन के लिए साफ्टवेयर को अपडेट भी किया जा चुका है। फाइनल स्टेज पर दोनों पक्षों में समझौते पर हस्ताक्षर के लिए गुरुवार को एमएनआईटी की एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग में दोनों पक्षों की तरफ से लोग जुटे। एमएनएनआईटी की ओर से डायरेक्टर प्रो रमाशंकर वर्मा एवं एनसीसी की तरफ ओर से ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर केपी कृष्ण कुमार ने सिग्नेचर किये।
कम्प्यूटर से ही तैयार होगा पेपर
बता दें कि इस साफ्टवेयर को डेवलप करने में एमएनआईटी के संगणक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के सहायक आचार्य लेफ्टिनेेंट डॉ दिव्य कुमार के निर्देशन में यहां के छात्रों ने तैयार किया है। इसके लिए डेवलप किये गये साफ्टवेयर के जरिए पेपर तैयार करने से लेकर रिजल्ट डिक्लेयर किये जाने तक की पूरी प्रक्रिया को आटोमेटिक मोड में डाल दिया गया है। इसे डिजाइन भी इस तरह से किया गया है कि इमेज को प्रोसेस किया जाना भी आसान हो जाएगा। यानी ओएमआर शीट को स्कैन करना, उसके डिटेल को रीड करना और उसके बेस पर नंबर देना सब कुछ आटोमेटिक होगा। मैन्युअल वर्किंग की कोई गुंजाइश नहीं रह जाएगी।
19 सब्जेक्ट कवर होंगे पेपर में
बता दें कि एनसीसी 'एÓ प्रमाण पत्र की परीक्षा पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, लीडरशिप, मानचित्र अध्ययन, शस्त्र प्रशिक्षण तथा सैन्य इतिहास जैसे 19 विषयों पर आधारित होती है। सभी सवाल मल्टीपल च्वाइस बेस्ड होते हैं। नए साफ्टवेयर पर वर्किंग के बाद आंसर एमएनआईटी द्वारा विकसित ओएमआर शीट पर अंकित करना संभव होगा। इस ओएमआर शीट को स्कैन करके तथा इमेज प्रोसेसिंग के बाद रिजल्ट तैयार किया जा सकेगा। सब कुछ आनलाइन हो जाने के चलते रिजल्ट की प्रोसेसिंग में टाइम नहीं लगेगा और परीक्षा के अगले ही दिन रिजल्ट घोषित कर दिया जायेगा। एमएनआईटी के डायरेक्टर प्रोफेसर रमा शंकर वर्मा ने ब्रिगेडियर केपी कृष्ण कुमार को सॉफ्टवेयर की पेन ड्राइव सौंपने के साथ उन्हें बेस्ट ऑफ लक कहा। भरोसा दिलाया कि 'एÓ प्रमाण पत्र के साथ साथ बी और सी प्रमाण पत्र को इसी मोड में कराने की योजना पर जल्द काम शुरू करा देने के लिए साफ्टवेयर डेवलप कर लेने का भरोसा दिलाया। एमओयू साइन किये जाने के समय प्रो एलके मिश्रा, प्रो गीतिका, प्रो डीके यादव के साथ इंस्टीट्यूट के अन्य सदस्य मौजूद रहे। एनसीसी के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर केपी कृष्ण कुमार ने सॉफ्टवेयर प्र्राप्त कर एमएनआईटी के निदेशक एवं एएनओ लेफ्टिनेंट डॉ दिव्य कुमार एवं छात्रों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर संस्था के कुलसचिव डॉ रमेश पांडे और चीफ वार्डन राजीव श्रीवास्तव एवं पॉलसन मौजूद रहे।

मैन्युअल परीक्षा के चैलेंजेज
यह परीक्षा प्रत्येक वर्ष फरवरी महीने के दूसरे या तीसरे रविवार को आयोजित की जाती है
परीक्षा मैन्युअल मोड में होती है। इसमें काफी मैन पावर यूज होता था
परीक्षा की कापियां चेक करके रिजल्ट घोषित करने में एक महीने तक का समय लग जाता था
अब कापियों को चेक करने के लिए मैनपावर की जरूरत नहीं रह जायेगी
या तो सेम डे या फिर अधिकतम 24 घंटे के भीतर परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया जायेगा

एमओयू साइन होने के बाद इस साफ्टवेयर को यूज करने का राइट एनसीसी को मिल गया है। एमएनएनआई ने गवर्नमेंट ऑर्गनाइजेशन होने के नाते इस काम को प्रोफेशनल तौर पर नहीं किया है। सोशल कॉज के तहत यह काम हुआ है। इसी के तहत एमएनएनआईटी आगे भी सहयोग करेगा। इसके चलते परीक्षा और रिजल्ट घोषित करना दोनो बेहद आसान हो जाएगा।
लेफ्टिनेंट डॉ दिव्य कुमार
एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर, ए