प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर में नाला सफाई का काम शुरू हो चुका है। खुद नगर आयुक्त और मेयर रोज इंस्पेक्शन करके सफाई की हकीकत परखने की कोशिश कर रहे हैं। काम में लापरवाही बरतने वाली फॅर्मों पर कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी प्रोग्रेस रिपोर्ट बहुत संतोषजनक नहीं है। कई नाले ऐसे हैं जहां अभी तक काम भी शुरू नहीं हुआ है। बुधवार को मौसम बदलने के बाद संकेत हैं कि जल्द ही प्री मानसून की फुहारें दस्तक दे सकती हैं।

हालात सोचकर परेशान हैं लोग
रसूलाबाद ढाल से लेकर अंदर एडीए अब पीडीए द्वारा बनाई गई कॉलोनी तक रोड किनारे छोटा नाला निकला है। लोग बताते हैं कि यह नाला काफी गहरा है। जिससे हजारों घरों का पानी निकल कर अंदर ट्रांसफार्मर के पास बड़े नाले में मिल जाता है। बड़े नाले से होकर सारा पानी गंगा नदी में जाता है। कहते हैं कि वर्ष 2023 में इन दोनों नालों की सफाई नगर निगम द्वारा कराई गई थी। इसके पूर्व 2022 में इन नालों की सफाई नहीं होने से खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ा था। बारिश का पानी रोड पर भर गया था। सड़कें नाला और वर्षा जल से तालाब बन गई थीं। पानी लोगों के घरों और दुकानों में घुस गया था। इस वर्ष 2024 में भी अभी तक इस नाले की सफाई नहीं हुई। जबकि मानसून का सीजन शुरू हो गया है। किसी भी दिन बारिश हो सकती है। फिर भी नगर निगम के लोग इस नाले की सफाई पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

रसूलाबाद ढाल से लेकर अंदर कॉलोनी तक रोड किनारे छोटा नाला हो या कॉलोनी के पहले दाहिनी ओर ट्रांसफार्मर के बगल बड़ा नाला। आज तक इसकी सफाई नहीं की गई। इससे बारिश का पानी निकल पाना मुश्किल होगा। नगर निगम के लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं।
वाहिद अली, रसूलाबाद

कई बार नगर निगम के जिम्मेदारों से व सफाई के लिए आने वाले कर्मचारियों से छोटे व बड़े नाले की सफाई के लिए कहा गया। मगर अब तक एक भी नाला की सफाई नहीं कराई गई। बारिश कभी भी हो सकती है। हालात बदतर होंगे।
जावेद उर्फ बबलू, रसूलाबाद

हजारों घरों का व वर्षा का पानी इसी नाले से बाहर जाता है। यह नाला सीधे गंगा नदी में से मिलता है। सफाई नहीं हुई तो बारिश में मोहल्ले के लोगों को जल भराव का सामना करना पड़ेगा। गंदा पानी लोगों के घरों में भी घुसेगा। संभावित इस समस्या को लेकर लोग परेशान हैंै।
सूबेदार यादव, रसूलाबाद

2022 में भी इस नाले की सफाई नहीं होने से बारिश में पूरी रोड पानी से तालाब बन गई थी। यह गंदा पानी लोगों के घरों और दुकानों में घुस गया था। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि छोटा व बड़ा दोनों ही नालें में कई फीट शिल्ट जमा है। इसको जब तक निकाला नहीं जाएगा राहत नहीं मिलेगी।
अंशू यादव, रसूलाबाद