दारागंज पुलिस सर्विलांस में मिली लास्ट लोकेशन के थू्र्र इनोवा गाड़ी तक पहुंच गई। लेकिन अग्रवाल फैमिली नहीं थी। गाड़ी खोली तो एक और सुसाइड लेटर मिला, उसमें भी पूरे परिवार के साथ जान देने की बात लिखी हुई थी। तीसरा शॉक पुलिस को तब लगा जब पता चला कि मथुरा में पिता माधव अग्रवाल को भी सुसाइड नोट कोरियर से भेजा गया था। दारागंज इंस्पेक्टर ने बताया कि यह ट्रिपल सुसाइड लेटर का मामला समझ में नहीं आ रहा है। फिलहाल, लखनऊ पुलिस के साथ इलाहाबाद पुलिस सरगर्मी से इसकी तलाश कर रही है. 

करोड़ों का कर्ज बता रही है पुलिस 
तीन सुसाइड लेटर की गुत्थी ने पुलिस को एक एंगल दे दिया है। सीओ नीति द्विवेदी कहती है कि उनकी कुछ लोकेशन और पता चली है। पब्लिक से पूछताछ में उनको सिटी के दूसरे एरिया में भी देखा गया है। जंक्शन पर भी पुलिस ने तलाश की है। सीओ ने बताया कि फैमिली मेंबर्स से पता चला है कि अमित अग्रवाल के ऊपर करोड़ों रुपए का कर्ज है। इस कर्ज के तगादा करने वालों ने उनको परेशान कर रखा था। अमित अग्रवाल के पिता माधव प्रसाद की भी मथुरा में ज्वैलरी की शॉप है। वह भी इलाहाबाद आ गए हैं। होटलों में भी पुलिस ने पता लगाया है. 

 पुलिस तेजी से इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। काफी हद तक हम पूरे घटनाक्रम के सच के करीब तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक से दो दिन में इस पूरे प्रकरण का खुलासा कर लिया जाएगा। सीओ ने खुद ही इलाहाबाद जंक्शन व अन्य जगह पर छापेमारी की है। व्यापारी का मोबाइल ऑफ है जिस कारण उसकी लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा है. 

क्या है पूरा मामला? 

लखनऊ के ज्वैलरी व्यवसायी अमित अग्रवाल, पत्नी अंकिता अग्रवाल वहां से लापता हो गए थे। उनकी फिरंगी गली में नीचे दुकान व ऊपर घर है। एक रिलेटिव ने फोन किया तो फोन पिक नहीं हुआ। उसने दुकान के एक वर्कर को फोन किया। वह ऊपर पहुंचे तो देखा कि कमरे में सुसाइड नोट पड़ा था, जिसमें कर्ज से परेशान होकर जान देने की बात कही गई थी। रिलेटिव अभिषेक को पता चला तो वह तुंरत फैजाबाद से लखनऊ पहुंच गए और वहां पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस में लगाया तो इलाहाबाद के दारागंज में उनकी लोकेशन मिली, जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने दारागंज पुलिस को इसकी सूचना दी. 

गाड़ी मिली, अग्रवाल फैमिली नहीं 

दारागंज पुलिस सर्विलांस में मिली लास्ट लोकेशन के थू्र्र इनोवा गाड़ी तक पहुंच गई। लेकिन अग्रवाल फैमिली नहीं थी। गाड़ी खोली तो एक और सुसाइड लेटर मिला, उसमें भी पूरे परिवार के साथ जान देने की बात लिखी हुई थी। तीसरा शॉक पुलिस को तब लगा जब पता चला कि मथुरा में पिता माधव अग्रवाल को भी सुसाइड नोट कोरियर से भेजा गया था। दारागंज इंस्पेक्टर ने बताया कि यह ट्रिपल सुसाइड लेटर का मामला समझ में नहीं आ रहा है। फिलहाल, लखनऊ पुलिस के साथ इलाहाबाद पुलिस सरगर्मी से इसकी तलाश कर रही है. 

करोड़ों का कर्ज बता रही है पुलिस 

तीन सुसाइड लेटर की गुत्थी ने पुलिस को एक एंगल दे दिया है। सीओ नीति द्विवेदी कहती है कि उनकी कुछ लोकेशन और पता चली है। पब्लिक से पूछताछ में उनको सिटी के दूसरे एरिया में भी देखा गया है। जंक्शन पर भी पुलिस ने तलाश की है। सीओ ने बताया कि फैमिली मेंबर्स से पता चला है कि अमित अग्रवाल के ऊपर करोड़ों रुपए का कर्ज है। इस कर्ज के तगादा करने वालों ने उनको परेशान कर रखा था। अमित अग्रवाल के पिता माधव प्रसाद की भी मथुरा में ज्वैलरी की शॉप है। वह भी इलाहाबाद आ गए हैं। होटलों में भी पुलिस ने पता लगाया है. 

 पुलिस तेजी से इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। काफी हद तक हम पूरे घटनाक्रम के सच के करीब तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक से दो दिन में इस पूरे प्रकरण का खुलासा कर लिया जाएगा। सीओ ने खुद ही इलाहाबाद जंक्शन व अन्य जगह पर छापेमारी की है। व्यापारी का मोबाइल ऑफ है जिस कारण उसकी लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा है.