प्रयागराज (ब्यूरो)। छानबीन में पुलिस को पता चला कि उमेश जलकल विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात था। अन्य दिनों की तरह वह गुरुवार की रात भी घर पर पहुंचा। बगैर किसी से कुछ बोले सीधे अपने कमरे में चला गया। परिवार वालों को लगा कि वह नशे में होगा। वह नशे में आने के बाद अक्सर घर पर खाना नहीं खाया करता था। सुबह जब घर वाले बिस्तर से उठे और काम धंधे में लग गए। काफी देर तक जब वह कमरे से बाहर नहीं आया तो परिजन जगाने के लिए पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद था इसलिए आवाज देना शुरू किए। जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो खिड़की के ऊपर बनी जाली से झांक करके कमरे में देखे। कमरे में फांसी के फंदे पर लटक रही उसकी बॉडी को देख घर वाले चीख पड़े। जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने छानबीन और पूछताछ के बाद बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।
पूछताछ में बताया गया कि वह नशे का लती हो गया था। कई दफा उसकी पत्नी को बुलाने का प्रयास घरवालों ने किया मगर वह नहीं आई। वह अकेले पन से भी काफी परेशान और डिप्रेशन में रहा करता था।
अनुराग शर्मा, थाना प्रभारी करेली