प्रयागराज ब्यूरो ।
भारी भरकम फोर्स लगाकर खाली कराये गये सभी कमरे, बंद कर दिया गया ताला
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने वाले छात्र रहते थे यहां, संचालन प्राइवेट संस्था करती थी
पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल हत्याकांड की साजिश का केंद्र रहे मुस्लिम बोर्डिंग हाउस को सोमवार को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। उमेश हत्याकांड में इकलौते जेल भेजे गये साजिशकर्ता सदाकत खान ने इसी हॉस्टल के कमरे पर जबरन कब्जा कर रखा था। पुलिस का कहना है कि यह हॉस्टल अराजक गतिविधियों के संचालन का केन्द्र बन रहा था इसी के चलते यह बड़ी कार्रवाई की गयी है।
107 कमरे हैं हॉस्टल में
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने वाले मुस्लिम छात्रों के लिए मुस्लिम बोर्डिंग हाउस में कमरा एलॉट किया जाता था। यहंा कुल 107 कमरे हैं। यहां 251 छात्रों को कमरा आवंटित किया गया था। इनमें 65 छात्र अवैध रूप से रहते हुए मिले थे। यहां पहले विदेशी छात्र भी रहा करते थे। बताते हैं कि इसी हॉस्टल के कमरा नंबर 36 पर सदाकत ने जबरन कब्जा जमा रखा था। वह लॉ का छात्र था। अपने रसूख के दम पर वह यहां के वार्डेन और अधीक्षक तक को धमकाकर रखता था। उसके खिलाफ कोई मुंह भी नहीं खोल पाता था। एसटीएफ का दावा है कि मुस्लिम हास्टल से ही उमेश पाल हत्याकांड की शाजिस रची गयी थी। कार्रवाई के दौरान पीएसी सहित भारी पुलिस फोर्स विवि प्रशासन एवं जिला प्रशासन मौजूद रहा।

सदाकत ने रची थी घटना की साजिश
पुलिस का दावा है कि उमेश पाल हत्याकांड की साजिश कमरा नंबर 36 में ही रची गई थी। उसके बाद से पुलिस लगातार यहां पर दबिश दे रही है और सोमवार को पूरे हॉस्टल को सील कर दिया गया। सचिव के अनुसार पुलिस ने जो कार्रवाई की गयी है वह सही है। उन्होंने कहा कि हॉस्टल में पढऩे वाले छात्रों को रखा जाएगा लेकिन जो छात्र अवैध तरीके से रह रहे हैं उन्हें बाहर निकला गया है। उन्होंने कहा कि त्योहार के बाद दोबारा छात्रों को हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

एक कमरे का लोहे का बना है दरवाजा
सदाकत ने मुस्लिम बोर्डिंग हाउस में अपना ठिकाना बनाया था। पिछले दो साल से वह कमरा नंबर 36 में बैठकी करता था। हॉस्टल के अन्य कमरों के दरवाजे लकड़ी के हैं जबकि इस कमरे का दरवाजा लोहे का बनवाया गया है ताकि कोई भी बिना इजाजत अंदर प्रवेश न कर सके। पुलिस ने बताया कि सदाकत खान विधि की पढ़ाई के बाद एलएलएम कर रहा था। वह एमबी हाउस में अवैध रूप से रहता था। वहीं पर गुलाम और अतीक के बेटे के साथ उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी। वारदात के पहले ही सदाकत गोरखपुर भाग गया था। एसटीएफ ने काल डिटेल की मदद से सदाकत को पकड़कर पूछताछ की। सदाकत को पकडऩे के लिए पुलिस पहुंची तो वह भागने लगा। इस चक्कर में वह डिवाइडर से टकराकर गिर गया और चोटिल हो गया। पुलिस को उसे इलाज के लिए भर्ती कराना पड़ा। दो दिन बाद हालत सुधरने पर उसे नैनी जेल शिफ्ट कर दिया गया। बताया गया कि सदाकत की शह पर ही कई अन्य छात्रों ने कमरों पर कब्जा कर रखा था।

गुलाम से है अच्छी दोस्ती
सदाकत एवं उमेश पाल हत्याकांड में ढाई लाख के इनामी गुलाम से सदाकत की अच्छी दोस्ती थी। कहा जा रहा है कि दोनों की मुलाकात इसी हॉस्टल में हु़आ करती थी। सदाकत व्हाटसएप से ही काल करता था। सदाकत को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर प्रयागराज पुलिस को दे दिया था। उसके कमरे से कई आपत्तिजनक सामान मिले थे।

मुस्लिम हास्टल में 107 कमरें हैं। सभी को खाली करवाकर हास्टल को सील कर दिया गया है। इस दौरान जिला प्रशासन, विवि प्रशासन एवं भारी फोर्स मौजूद रही।

अधीक्षक, मुस्लिम बोर्डिंग हाउस